सिंघु बॉर्डर पर लगे हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की गुमशुदगी के पोस्टर, किसानों ने कहा-खड़े होने के बजाए गायब हो गए...
By बलवंत तक्षक | Published: December 28, 2020 02:53 PM2020-12-28T14:53:25+5:302020-12-28T14:54:32+5:30
बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने ग्राउंड को 'किसान पुरा' नाम देते हुए वहां पर एक बैनर लगाया है. प्रदर्शनकारी ने बताया, "किसान 33 दिनों से अपनी मांगों को लेकर यहां बैठा है और यहां गांव की तरह बस चुका है, आज गांव का नामकरण किया गया."
चंडीगढ़ः हरियाणा के किसानों ने दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की गुमशुदगी के पोस्टर लगा दिए हैं. दुष्यंत की तलाश के पोस्टर गाडि़यों पर भी चिपका दिए गए हैं.
किसान संगठनों का कहना है कि जो व्यक्ति किसानों के हितों की बात करता था, लेकिन जब मौका आया तो उनके साथ खड़े होने के बजाए गायब हो गया हो, उसकी तलाश में अब पोस्टर भी लगाने पड़ रहे हैं. दुष्यंत के लिए अब कुर्सी ही सब कुछ है. सत्ता में बने रहने के लिए ही वे आज भाजपा का साथ दे रहे हैं.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को नजरअंदाज करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पूरे पांच साल चलेगी. उन्होंने यह भी कहा था कि अगर मुझे लगेगा कि मैं किसानों को उनके हक नहीं दिलवा पाऊंगा, उसी दिन किसी को मुझ से सवाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, खुद ही इस्तीफा दे कर मैं सरकार से अलग हो जाऊंगा.
इस पर पलटवार करते हुए भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने नसीहत दी है कि उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को अपने पूर्वजों के दिखाए रास्ते पर चलते हुए किसानों की मदद के लिए आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह जन आंदोलन नहीं, अब धर्मयुद्ध बन गया है. यह जनता और राज हाथ के बीच लड़ाई है. इस लड़ाई के दौरान दुष्यंत चौटाला की तलाश के लिए गुमशुदगी के पोस्टर लगाए गए हैं.