कांग्रेस ने केंद्र पर किया हमला, कहा-किसानों को ‘थका दो, भगा दो’ की नीति पर काम कर रही है सरकार
By शीलेष शर्मा | Published: December 25, 2020 06:09 PM2020-12-25T18:09:05+5:302020-12-25T18:11:45+5:30
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘31 दिन से हाड़ कंपाती सर्दी में देश का अन्नदाता किसान ‘दिल्ली के दरवाजे’ पर न्याय की गुहार लगा रहा है। अब तक 44 किसानों की शहादत हो चुकी। मगर पूंजीपतियों की पिछलग्गू मोदी सरकार का दिल नहीं पसीजा।’’
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान सम्मान निधि की घोषणा को लेकर कांग्रेस ने मोदी पर तीखा हमला बोला।
पार्टी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार किसानों को "थका दो और भगा दो " की नीति पर काम कर रही यही, लेकिन देश का किसान कमर कस कर आंदोलन के लिए उतारा है और जब तक तीनों काले कानून वापस नहीं होते, वह हटने वाला नहीं, किसान मुँहतोड़ जवाब देगा।
पार्टी की ओर से महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने यह टिप्पणी करते हुए मोदी से पूछा कि किसान सम्मान निधि लगभग साढ़े पांच करोड़ किसानों को क्यों नहीं दी जा रही है, आखिर उन्हें क्यों इसके दायरे से बाहर रखा गया है।
देश के 14.64 करोड़ किसानों में से केवल 9. 24 करोड़ किसान ही इस सम्मान निधि के पात्र क्यों हैं। उनका यह भी आरोप था कि 6 सालों में इस सरकार ने खेती लागत मूल्य में 15000 रुपए प्रति हेक्टेयर की वृद्धि की लेकिन दूसरी तरफ डीजल की कीमतें 25 रुपए प्रति लीटर, खाद पर 5 प्रतिशत जीएसटी, कीटनाशक पर 18 फीसदी जीएसटी, ट्रैक्टर और कृषि उपकरणों पर 12 फीसदी जीएसटी लगा कर किसानों की कमर तोड़ दी।
कृषि जनगणना 2015-16 के अनुसार कुल 14.64 करोड़ किसान हैं
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘भारत में कृषि जनगणना 2015-16 के अनुसार कुल 14.64 करोड़ किसान हैं, जो 15.78 करोड हेक्टेयर जमीन पर खेती करते हैं। किसान सम्मान निधि योजना में साल 2018-19 में किसानों के खाते में 88,000 करोड़ रुपये की बजाय मात्र 6,005 करोड़ रुपये डाले गए। इसी तरह चुनावी साल 2019-20 में 49,196 करोड़ रुपये और 2020-21 में अब तक 38,872 करोड़ रुपये डाले गए हैं।’’
खादों की कीमतें या तो बढ़ा दी या उनका वजन काम कर दिया। बोनस देना बंद किया, और अदालत में शपथ पत्र दी कर इंकार कर दिया की फसल की लगत का 50 फीसदी और न्यूनतम समर्थन मूल्य देने में सरकार असमर्थ है। उन्होंने दोहराया कि परेशान किसान अब आंदोलन की रह पर है और वे अपने हितों की लड़ाई लड़ रहा है। कांग्रेस इस लड़ाई में कंधे से कन्धा मिला कर किसानों के साथ कड़ी है और रहेगी।
मुट्ठीभर पूंजीपतियों की ‘सेवक’ मोदी सरकार ‘किसान दुश्मन’ बन बैठी है
प्रधानमंत्री टीवी पर सफाई और उनके मंत्री चिट्ठियों की दुहाई तो देते हैं, मगर मुट्ठीभर पूंजीपतियों की ‘सेवक’ मोदी सरकार ‘किसान दुश्मन’ बन बैठी है। कड़वा सत्य यह है कि मोदी सरकार राजनीतिक बेईमानी, धूर्तता व प्रपंच का सहारा लेकर समस्या का समाधान करना ही नहीं चाहती।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘किसानों के रास्ते में सड़कें खुदवाने वाले, किसानों पर सर्दी में वॉटर कैनन चलवाने वाले और लाठियां बरसाने वाले प्रधानमंत्री मोदी आज फिर सम्मान निधि का स्वांग रच रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज और आप उनको बरगला रहे हैं। शर्मनाक है कि कृषि मंत्री ने तो अपने पत्र में किसानों को राजनैतिक कठपुतली तक कह दिया।’’ कांग्रेस नेता यह भी कहा, ‘‘बहाने बनाने, ईवेंटबाजी बंद कर छोड़ मोदी सरकार को किसानों से माफी मांगनी चाहिए और तीनों काले कानून वापस लेने चाहिए।’’