फेसबुक पर राजनीति तेजः भाजपा के नियंत्रण को लेकर कांग्रेस का हमला, वार-पलटवार जारी
By शीलेष शर्मा | Published: August 17, 2020 08:47 PM2020-08-17T20:47:58+5:302020-08-17T20:47:58+5:30
कांग्रेस ने पूरे मामले की जाँच के लिये जेपीसी की मांग है तो भाजपा आरोप लगा रही है कि कांग्रेस कैम्ब्रिज एनलिट्का का उपयोग कर चुकी है और अब भाजपा पर आरोप लगा रही है।
नई दिल्लीः वॉल स्ट्रीट जनरल में फेस बुक और व्हाट्सएप्प के राजनीतिक इस्तेमाल को लेकर छपी खबर पर कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर हमलावर हैं।
कांग्रेस ने पूरे मामले की जाँच के लिये जेपीसी की मांग है तो भाजपा आरोप लगा रही है कि कांग्रेस कैम्ब्रिज एनलिट्का का उपयोग कर चुकी है और अब भाजपा पर आरोप लगा रही है। दोनों दलों के विवाद ने तूल उस समय पकड़ा जब राहुल ने ट्वीट किया "भाजपा -आरएसएस भारत में फेस बुक और व्हाट्सएप का नियंत्रण करती है ,इस माध्यम से झूठी ख़बरें व नफ़रत फैला कर वोटरों को फुसलाते हैं "
राहुल के ट्वीट पर संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया ,जिनका झूठ पकड़ा जा चुका है वही आरोप लगा रहे हैं। फेसबुक ने भी खंडन किया कि वह राजनीतिक दल अथवा नेता देख कर फैसला नहीं करता। जबकि उसी के एक अन्य अधिकारी ने खुलासा किया कि फेसबुक भारत में व्यापर पर प्रतिकूल प्रभाव के डर से कोई कार्रवाई करने से डरता है।
कांग्रेस ने संसद सत्र नज़दीक आते देख इस मुद्दे पर तीखा हमला बोला, पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने फेस बुक और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि ये हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने का मामला है। ये मामला है जो हमारे लोकतंत्र की जड़ों को खोखला कर देगा।
ये मामला है जो लोगों को बरगला रहा है, ये मामला है जो लोगों को भ्रमित करता है, ये मामला है जिसमें आज हजारों-लाखों युवा फेसबुक यूनिवर्सिटी से पढ़कर निकल रहे हैं, वो अपना पाठ नहीं पढते हैं, गलत-शलत उनको फेसबुक और वॉट्सऐप पर बोल दिया जाता है, उसको वो आज कोट कर रहे हैं। सत्य प्रमाणित कर रहे हैं। इसलिए इस पर जेपीसी होना जरूरी है, मुझे नहीं लगता इसमें कोई विरोधाभास है।