एक्सक्लूसिव इंटरव्यू ज्योतिरादित्य सिंधिया: चुनौतियां बनेंगी अवसर, कांग्रेस करेगी श्रेष्ठ प्रदर्शन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 18, 2019 05:55 AM2019-04-18T05:55:09+5:302019-04-18T05:55:09+5:30
धार्मिक कट्टरता और उन्माद देश को कमजोर बनाएगी. लोकसभा चुनाव के संदर्भ और समसामयिक विषयों पर लोकमत समाचार से ज्योतिरादित्य की विशेष बातचीत के कुछ महत्वपूर्ण हिस्से इस प्रकार हैं
कांग्रेस महासचिव पश्चिमी यूपी, मध्यप्रदेश के गुना से सांसद और कांग्रेस के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंंधिया, चुनौतियों को अवसरों में बदलने के हिमायती हैं. वे कहते हैं कि कांग्रेस के समक्ष आज जो चुनौतियां हैं, वह हमारे लिए अवसरों के द्वार खोल रही हैं. कड़ी मेहनत और मजबूत प्रत्याशियों के दम पर हमें अच्छे व सुखद परिणाम आने की उम्मीद है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस श्रेष्ठ प्रदर्शन करने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को तोड़ रहे हैं. धार्मिक कट्टरता और उन्माद देश को कमजोर बनाएगी. लोकसभा चुनाव के संदर्भ और समसामयिक विषयों पर लोकमत समाचार से ज्योतिरादित्य की विशेष बातचीत के कुछ महत्वपूर्ण हिस्से इस प्रकार हैं :-
प्रश्न : मोदी सरकार के 5 साल के काम का आप कैसा आकलन करते हैं?
उत्तर: पिछले 5 साल में देश में आतंकी हमले तीन गुना बढे- पठानकोट, उड़ी, नागरौता के हमले इस बात के प्रतीक हैं. देश में बेरोजगारी ने 45 साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए. देश में घृणा अपराध के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. देश की स्वतंत्र संस्थाओं को सरकार ने मुट्ठी में बांधकर रखा है. देश में फरेब का ऐसा मायाजाल बिछाया हुआ है कि सही आंकड़े भी लोगों तक नहीं पहुंचने दिए जा रहे, यह हुआ है पिछले 5 सालों में. अब किस मुंह से मोदी सरकार लोगों से वोट मांगने जाएगी. कांग्रेस की विचारधारा हमेशा यही रही है की धर्म एक निजी मामला है, इसका राजनीति से कुछ लेना देना नहीं. सरकार के लिए हर भारतीय नागरिक एक सामान है. यह तो भाजपा है जो खुलेआम धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का काम करती है. हाल ही में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की, मेनका गांधी की चुनाव रैलियों में दिए गए भाषण को ही सुन लीजिए. ऐसी विचारधारा वाला राजनीतिक दल सिर्फ देश को बांटने का ही काम कर सकता है.
प्रश्न: कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगता है. आप इसे किस तरह देखते हैं?
उत्तर : राजनीति में परिवारवाद और वंशवाद की बात करें, तो यह भारत के प्रजातंत्र की अवहेलना है, क्योंकि प्रत्याशी चुनाव जीतकर आता है, जनता सब जानती है और सोच-समझकर ही वोट देती है, किसी को भी सिर्फ इसलिए वोट नहीं मिलता कि वो किसी का बेटा, या बेटी है. प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस में वंशवाद की बात करते हैं तो वे अपनी पार्टी में झांककर क्यों नहीं देखते हैं वहां कितना वंशवाद चल रहा है. सबसे बड़ा परिवारवाद तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चलाता है. संघ ने हर महत्वपूर्ण संस्था में अपने लोग बिठाए हुए हैं.
प्रश्न: भाजपा सरकार के बीते 5 वर्षों में, देश की अर्थव्यवस्था को आप कहां पाते हैं?
उत्तर : 5 साल में भारत के रुपए को पीएम मोदी ने आईसीयू से श्मशान में पहुंचा दिया. डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत गिरती जा रही है. डॉलर के मुकाबले भारत के रुपए की कीमत 60 रुपए होती थी. लेकिन अब रुपए ने दम तोड़ दिया है. नोटबंदी और सही तरह से ऋण लागू न करने का कारण, अर्थव्यवस्थता को ऐसी चोट पहुंची की अभी भी नहीं संभल पाई है.
प्रश्न: भाजपा, कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र पर सवाल उठाते हुए कह रही है कि इसमें ऐसे वादे हैं, जिसको वास्तविकता से कोई सरोकार नहीं?
उत्तर : कांग्रेस जो कहती है उसे पूरा भी करती है. घोषणापत्र में न्याय योजना गरीबों के लिए है. हमारी पार्टी युवाओं को रोजगार, महिलाओं को सुरक्षा, किसानों को फसल का उचित मूल्य और व्यापारियों को जीएसटी में राहत देगी. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव के दौरान हमने किसानों से कर्जमाफी का वादा किया और उसे पूरा किया. यह प्रतीक है कि हम जो बात कहते हैं वह करते हैं.