कोरोना संकट के बीच बिहार में चुनावी सियासत भी तेज, पटना की सड़कों पर लगे लालू-राबड़ी पर तंज कसते पोस्टर
By एस पी सिन्हा | Published: June 10, 2020 02:57 PM2020-06-10T14:57:09+5:302020-06-10T14:57:51+5:30
बिहार में इसी साल के आखिर में विधान सभा चुनाव भी होने है. इसे देखते हुए सियासत भी तेज हो गई है. पटना में बुधवार कोई कई जगहों पर आरजेडी पर निशाना साधते पोस्टर नजर आए. माना जा रहा है कि ये पोस्टर जेडीयू की ओर से लगावाए गए हैं.
पटना: बिहार में राजनीति के विभिन्न रूप देखने को मिलने लगे हैं, कभी बयानबाजी तो कभी ट्विटर वार तो कभी पोस्टरबाजी. बिहार में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाला है, लिहाजा सभी पार्टियां जनता के करीब पहुंचने के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं. 3 महीने पहले बिहार की जो सियासत कोरोना की वजह से ठहर गई थी. एक बार फिर से शुरू हो गई है.
ऐसे में बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे एक बार फिर से पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. बिहार में 15 साल बनाम 15 साल की सियासी लड़ाई फुल स्पीड में आगे बढ रही है.
जदयू ने एक और पोस्टर जारी कर लालू-राबड़ी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पोस्टर के जरिए जदयू ने कहा है कि लालू राज में व्यवस्था खराब नहीं थी बल्कि कोई व्यवस्था ही नहीं थी. पटना में बुधवार सुबह राजद के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं. पटना के हडताली मोड़, आयकर गोलंबर और फ्रेजर रोड में नए पोस्टर लगाकर लालू-राबड़ी पर निशाना साधा गया है.
नए पोस्टर में लालू और राबड़ी देवी की तस्वीर के साथ साथ शहाबुद्दीन और राजबल्लभ यादव को भी दिखाया गया है. पति-पत्नी की सरकार वाला कैप्शन लिए यह नया पोस्टर बिहार में राजद शासनकाल को अपहरण, बलात्कार, रंगदारी, घोटाला और अन्य अपराधिक वारदातों से जोड़ कर दिखा रहा है.
इसके पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के गोपालगंज जाने को लेकर बवाल या फिर थाली बजाओ कार्यक्रम के साथ ही राजद ने सरकार पर हमला बोला था.
इसके बाद अब जारी पोस्टर में लिखा गया है- 'पति-पत्नी की सरकार. सौदागरों को लज्जा भले क्यों उसके लिए व्यापार था सरकार. जनता कहे पुकार के जब भी जी करता था कुछ करूं क्या करता डर लगता था.' साथ ही लिखा है- 'व्यवस्था खराब नहीं थी बल्कि व्यवस्था ही नहीं थी.'
इसके पहले भी पटना में कई दूसरे पोस्टर लग चुके हैं. राजद के पोस्टर के जवाब में कई पोस्टर सामने आए और इस पर बिहार की सियासत भी खूब हुई. ऐसे में साफ है जैसे जैसे बिहार विधानसभा के चुनाव नजदीक आएंगे वैसे-वैसे बिहार का सियासी पारा चढ़ता जाएगा. हालांकि पटना में लगाया गए इस नए पोस्टर पर किसी राजनीतिक दल का नाम नहीं है. वैसे, यह माना जा रहा है कि राजद के विरोधियों ने यह पोस्टर लगवाए हैं.