राज्यसभा उपचुनावः गुजरात और असम में तीन सीटों पर एक मार्च को मतदान, कांग्रेस नेता अहमद पटेल के निधन के कारण एक सीट रिक्त
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 4, 2021 05:10 PM2021-02-04T17:10:53+5:302021-02-04T17:11:56+5:30
निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को कहा कि गुजरात और असम में तीन सीटों पर राज्यसभा का उपचुनाव एक मार्च को होगा।
नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की मृत्यु के कारण खाली हुई गुजरात और असम की तीन सीटों के लिए राज्यसभा उपचुनाव एक मार्च को होंगे।
चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा कि गुजरात में राज्यसभा की दो सीटें अहमद पटेल और अभय भारद्वाज (भाजपा) के निधन के बाद रिक्त हुईं। पटेल का पिछले साल 25 नवंबर को निधन हो गया था जबकि भारद्वाज का निधन एक दिसंबर को हुआ था। पटेल और भारद्वाज का राज्यसभा का कार्यकाल क्रमश: अगस्त 2023 और जून 2026 में खत्म होने वाला था।
बोडो फ्रंट के बिस्वजीत दैमारी के पिछले साल नवंबर में ऊपरी सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद असम में राज्यसभा की एक सीट खाली हुई थी। उनका कार्यकाल अप्रैल 2026 में खत्म होने वाला था। उपचुनाव के लिए अधिसूचना 11 फरवरी को जारी की जाएगी और मतदान एक मार्च को होगा। मतगणना एक मार्च को शाम में होगी। नियमों के मुताबिक राज्यसभा चुनाव के लिए मतगणना चुनाव वाले दिन ही होती है।
एजेपी ने असम विधानसभा चुनाव के लिए राइजर दल के साथ किया गठबंधन
असम जातीय परिषद (एजेपी) के प्रमुख लुरिनज्योति गोगोई ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके दल ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अखिल गोगोई के नेतृत्व वाले राइजर दल के साथ गठबंधन किया है। अखिल गोगोई संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी कार्यकर्ता हैं।
अखिल गोगोई के साथ गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में करीब ढाई घंटे की बातचीत के बाद पूर्व छात्र नेता लुरिनज्योति ने कहा कि दोनों नयी क्षेत्रीय पार्टियों ने गठबंधन किया है और इस संबंध में औपचारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी। विभिन्न बीमारियों के कारण अखिल गोगोई का जीएमसीएच में इलाज चल रहा है।
गौरलतब है कि राइजर दल ने पिछले माह लुरिनज्योति को पत्र लिख कर दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन का आग्रह किया था। लुरिनज्योति ने अस्पताल के बाहर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने पहले सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ एकजुट हो कर लड़ने की बात की थी। आज दोनों दलों ने गठबंधन कर लिया। आने वाले दिनों में दोनों दलों के नेताओं की मौजूदगी में इस संबंध में औपचारिक घोषणा की जाएगी।’
उन्होंने कहा कि एजेपी, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के साथ भी बातचीत कर रही है और बातचीत ‘‘सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है।’’ लुरिनज्योति ने कहा, ‘‘कार्बी आंगलोग के लिए ऑटोनॉमस स्टेट डिमांड कमेटी के साथ पहले ही समझौता कर लिया है। हम राजग के सहयोगी गणशक्ति और रभा हसोंग के साथ भी गठबंधन पर विचार कर रहे हैं। हम जातीय दलों के साथ गठबंधन करना चाहते हैं, जो समग्र राजनीति में शामिल हों।’’
असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए मार्च-अप्रैल में चुनाव होने की संभावना है। राज्य में 60 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है जबकि उसकी सहयोगी असम गण परिषद के 13 और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के 12 विधायक हैं। सदन में विपक्षी कांग्रेस के 19 और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के 14 विधायक हैं।
(इनपुट एजेंसी)