यूपी राज्यसभा उपचुनावः अमर सिंह के निधन के बाद खाली सीट पर 11 सितंबर को मतदान
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 21, 2020 01:23 PM2020-08-21T13:23:27+5:302020-08-21T14:57:32+5:30
राज्यसभा सदस्य अमर सिंह का सिंगापुर में उपचार के दौरान निधन हो गया था। वह 64 वर्ष के थे। सिंह का 2011 में गुर्दा प्रतिरोपण हुआ था और वह लंबे समय से बीमार थे।
नई दिल्ली/लखनऊः चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी कर दिया है। अमर सिंह की मौत के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट पर 11 सितंबर को होगा चुनाव होगा।
भारत निर्वाचन आयोग 11 सितंबर को एक रिक्त स्थान (राज्यसभा सांसद अमर सिंह के निधन के बाद) को भरने के लिए उत्तर प्रदेश से राज्यों की परिषद के लिए उपचुनाव आयोजित करेगा। अमर सिंह समाजवादी पार्टी से निर्वाचित हुए थे। बाद में सपा से उनका अनबन हो गया था। अमर सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सपोर्ट कर रहे थे।
राज्यसभा सदस्य के रूप में में उनका कार्यकाल जुलाई 2022 तक था। चुनाव आयोग के अनुसार, उपचुनाव के लिए नोटिफिकेशन 25 अगस्त को जारी किया जाएगा और चुनाव 11 सितंबर को होगा। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता व राज्यसभा सांसद अमर सिंह का 64 साल की उम्र में एक अगस्त को निधन हो गया था।
समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह के निधन के बाद खाली हुई राज्यसभा की सीट पर 11 सितम्बर को उपचुनाव होगा। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को यह घोषणा की। अमर सिंह का किडनी संबंधी बीमारी के कारण सिंगापुर के एक अस्पताल में एक अगस्त को निधन हो गया था।
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के तौर पर उनका कार्यकाल जुलाई 2022 तक था। आयोग ने एक बयान में कहा कि उपचुनाव के लिए 25 अगस्त को अधिसूचना जारी की जाएगी और मतदान 11 सितम्बर को होगा। स्थापित अभ्यास के अनुसार 11 सितम्बर को मतदान के बाद शाम को ही मतगणना की जाएगी।
यूपी की राज्यसभा सीट पर उपचुनाव की अधिसूचना जारी किया गया है। राज्यसभा सदस्य अमर सिंह का सिंगापुर में उपचार के दौरान निधन हो गया था। वह 64 वर्ष के थे। सिंह का 2011 में गुर्दा प्रतिरोपण हुआ था और वह लंबे समय से बीमार थे।
Election Commission of India to hold by-election to the Council of States from Uttar Pradesh to fill up a vacancy (following the demise of Rajya Sabha MP Amar Singh), on 11th September. pic.twitter.com/R1k5GoHKdC
— ANI (@ANI) August 21, 2020
अमर सिंह को व्यापार जगत और फिल्म उद्योग की बड़ी हस्तियों से संपर्क रखने के लिए भी जाना जाता था। ‘नोट के बदले वोट’ के कथित घोटाले में भी अमर सिंह का नाम आया था और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। उन्हें कुछ साल पहले समाजवादी पार्टी से निकाल दिया गया था।