देवेंद्र फड़नवीस ने एकनाथ खड़से की टिप्पणी पर कहा- ‘मैं व्यक्तिगत विषयों पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करता’
By भाषा | Published: September 11, 2020 05:07 PM2020-09-11T17:07:22+5:302020-09-11T17:20:29+5:30
पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने नयी दिल्ली में संवाददातओं से कहा कि मेरे पास काफी धैर्य है और मैं व्यक्तिगत विषयों पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करना चाहता। एकनाथ खड़से साहेब हमारे वरिष्ठ नेता हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फड़नवीस ने शुक्रवार को कहा कि उनके पास काफी धैर्य है और वह व्यक्तिगत विषयों पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करते। दरअसल, फड़नवीस पर उनकी ही पार्टी के असंतुष्ट नेता एकनाथ खड़से ने एक दिन पहले आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ लगाये गये आरोपों में उनका (फड़नवीस का) ‘‘प्रत्यक्ष या परोक्ष’’ रूप से हाथ था।
हालांकि, फड़नवीस ने खडसे की आलोचना करने से बचने की कोशिश की और कहा कि उनकी (खड़से की) जो कुछ शिकायत है उसे पार्टी के अंदर चर्चा कर हल किया जाएगा। खड़से ने बृहस्पतिवार को कहा था कि वह एक पुस्तक के जरिये उस षडयंत्र का खुलासा करेंगे, जो 2016 में राज्य में फड़नवीस नीत सरकार से उन्हें मंत्री पद से हटाये जाने के बारे में है।
खडसे (68) ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की नजरों में उन्हें भ्रष्ट व्यक्ति के रूप में दिखाने का माहौल बनाया गया। फड़नवीस ने नयी दिल्ली में संवाददातओं से कहा, ‘‘मेरे पास काफी धैर्य है और मैं व्यक्तिगत विषयों पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करना चाहता। खडसे साहेब हमारे वरिष्ठ नेता हैं। इसलिए, मैं उनकी आलोचना या उन पर टिप्पणी नहीं करूंगा।’’
खडसे, फड़नवीस सरकार में राजस्व मंत्री थे। उन्होंने अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के कराची आवास से कॉल आने और जमीन कब्जा करने के आरोपों का सामना किया था। मनीष भांगले नाम के एक हैकर ने उस वक्त दावा किया था कि खडसे को दाऊद के कॉल आये हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता फड़नवीस ने कहा कि खडसे को भांगले से जुड़े विषय में इस्तीफा नहीं देना पड़ा और इसके बजाय मामले में उन्हें 12 घंटे के अंदर क्लीन चिट दी गई। उन्होंने कहा, ‘‘खडसे को जमीन कब्जा करने के मामले में इस्तीफा देना पड़ा था। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली एक समिति गठित की थी। खडसे ने खुद इसकी मांग की थी।’’