दिल्ली हिंसाः प्रियंका गांधी ने अमित शाह से मांगा इस्तीफा, गृह मंत्री के घर जा रहे थे, पुलिस ने हमें रोका
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 26, 2020 06:13 PM2020-02-26T18:13:44+5:302020-02-26T18:20:05+5:30
शांति मार्च में प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हम गृह मंत्री के घर तक जाकर उनका इस्तीफा मांगना चाहते थे लेकिन पुलिस ने हमें रोक दिया। दिल्ली आपका शहर है और इसे नष्ट किया जा रहा है, सरकार शांति बनाए रखने में विफल रही है।
दिल्ली में हिंसा के खिलाफ यहां कांग्रेस मुख्यालय से बुधवार को निकाले गए शांति मार्च में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।
शांति मार्च में प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हम गृह मंत्री के घर तक जाकर उनका इस्तीफा मांगना चाहते थे लेकिन पुलिस ने हमें रोक दिया। दिल्ली आपका शहर है और इसे नष्ट किया जा रहा है, सरकार शांति बनाए रखने में विफल रही है।
प्रियंका गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे दिल्ली में प्रभावित घरों का दौरा करें और शांति का संदेश दें। उन्होंने कहा कि प्यार और भाईचारा फैलाना हमारा कर्तव्य है। राष्ट्रीय राजधानी में शांति लौटाना सरकार, गृह मंत्री का काम है, वे विफल रहे।
प्रियंका के अलावा मार्च में हिस्सा लेने वाले अन्य वरिष्ठ नेताओं में मुकुल वासनिक, के सी वेणुगोपाल, पी एल पुनिया, रणदीप सुरजेवाला, राजीव गौडा, शक्ति सिंह गोहिल, अजय सिंह लल्लू (उत्तरप्रदेश कांग्रेस प्रमुख), मणिशंकर अय्यर, सुष्मिता देव, कृष्णा तीरथ और सुभाष चोपड़ा शामिल थे।
पार्टी के मुख्य कार्यालय 24 अकबर रोड से तीस जनवरी मार्ग स्थित गांधी स्मृति तक मार्च शुरू हुआ। बहरहाल गांधी स्मृति पहुंचने से पहले ही नेताओं को पुलिस ने रोक दिया। वे बैरीकेड से जाम किए गए मार्ग पर ही बैठ गए और महात्मा गांधी के प्रिय भजन ‘रघुपति राघव राजा राम’ गाने लगे। राष्ट्रीय राजधानी में रविवार से जारी हिंसा के परिप्रेक्ष्य में मार्च निकाला गया। एकता का संदेश देते हुए कांग्रेस के सदस्यों के हाथों में पोस्टर था जिस पर लिखा था -- ‘‘आज हमारा एक ही नारा, नहीं बंटे समाज हमारा।’’
Delhi: Congress leaders and workers participating in 'peace march' stopped at Janpath Road. They were heading towards Gandhi Smriti. pic.twitter.com/LSaAAhmTo6
— ANI (@ANI) February 26, 2020