दिल्ली: राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने की ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात, 40 मिनट चली बैठक
By अनुराग आनंद | Published: July 12, 2020 08:37 PM2020-07-12T20:37:27+5:302020-07-12T20:40:46+5:30
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया की तरह सचिन पायलट से मिलकर इस मामले में बात करने को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
नई दिल्ली:राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ विद्रोही तेवर अपना लिया है। पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ न सिर्फ दिल्ली में हैं बल्कि वो कांग्रेस आलाकमान के समक्ष अपनी बात रखने का भी प्रयास कर रहे हैं।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने पायलट से मिलकर इस मामले में बात करने को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखाई है। ऐसे में अब खबर है कि सचिन पायलट ने भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से दिल्ली में 40 मिनट तक मुलाकात की है।
सचिन पायलट खुद सिंधिया के दिल्ली स्थित उनके घर पर मिलने के लिए गए थे। यहां उन्होंने राजस्थान के सत्ता संग्राम को लेकर सिंधिया का साथ बात की है।
राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार एक बार फिर से खतरे में है। इस बार अशोक गहलोत व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच आपसी मनमुटाव खुलकर सामने आ गया है। यही वजह है कि डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच गए हैं।
कपिल सिब्बल ने कहा- कांग्रेस को लेकर चिंतित हूं
डिप्टी सीएम सचिन पायलट पार्टी के आलाकमान से मिलकर अपनी बात रखना चाहते हैं। अचानक सचिन पायलट का समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचने से यह साफ होता है कि अब अशोक गहलोत व सचिन पायलट के बीत सबकुछ ठीक नहीं है।
इन सबके बीच कांग्रेस पार्टी के नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा है कि मैं अपनी पार्टी को लेकर चिंतित हूं। यही नहीं सिब्बल ने कहा कि घोड़ा अस्तबल से निकल जाएगा हम तभी जागेंगे? कपिल सिब्बल ने एक तरह से कांग्रेस आलाकमान की चुप्पी पर सवाल खड़ा करते हुए अप्रत्यक्ष तरीके से उन्हें सावधान किया है। कपिल चाहते हैं कि सचिन ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया की तरह कोई फैसला ले इससे पहले कांग्रेस आलाकमान को इस मामले को सुलझाना चाहिए।
राजनीतिक संकट के बीच विधायकों और मंत्रियों से मिले गहलोत-
सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों को प्रलोभन दिए जाने के आरोपों के बीच कई मंत्रियों व विधायकों ने शनिवार को यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। सिविल लांइस स्थित मुख्यमंत्री निवास में गहलोत से मुलाकात करने वालों में सरकार के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, चिकित्सा राज्यमंत्री सुभाष गर्ग व श्रम मंत्री टीकाराम जूली शामिल हैं। इसके अलावा बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए कई विधायक व कांग्रेस का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक भी मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा- गहलोत अपनी फिल्म के लेखक और खलनायक दोनों हैं
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत इस फिल्म के अभिनेता, खलनायक और पटकथा लेखक भी अकेले हैं। वह अपनी पार्टी (राज्य) के अध्यक्ष को टक्कर देने के लिए बीजेपी के कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत ने मांग की है, मैं मांग करता हूं कि वह (अशोक गहलोत) इसे सार्वजनिक करें कि कांग्रेस के कितने विधायक हैं, जो उन्हें बिकाऊ लगते हैं।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "मुख्यमंत्री खुद इस फिल्म के पटकथा लेखक, निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और खलनायक हैं।''
अशोक गहलोत ने कहा- एक बार CM बन गया तो बाकी को शांत हो जाना चाहिए
हाल ही में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जब एक बार मुख्यमंत्री बन गया, तो बाकी लोगों को शांत हो जाना चाहिए और काम करना चाहिए। गहलोत के इस बयान का इशारा सचिन पायलट की तरफ देखा जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में हलचल है कि अशोक गहलोत सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से हटाने का दबाव आलाकमान पर बना सकते हैं।