दिल्ली: सांसद गौतम गंभीर ने कहा- मैं 40 लाख विज्ञापन पर खर्च नहीं कर सकता लेकिन 40 फीट कूड़ा खत्म करना मेरी जिम्मेदारी है
By अनुराग आनंद | Published: September 11, 2020 01:53 PM2020-09-11T13:53:16+5:302020-09-11T13:53:16+5:30
बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर लिखा था कि हिम्मत और मेहनत बड़े से बड़े पहाड़ को भी हिला सकती है।
नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने गाजीपुर लैंडफिल साइट को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने 4 और ट्रोमेल मशीनों का उद्घाटन किया है। उन्होंने कहा," मैं रोज़ 40 लाख विज्ञापन पर नहीं खर्च कर सकता लेकिन 40 फीट कूड़ा खत्म करना मेरी जिम्मेदारी है, जनता का पैसा विज्ञापन पर नहीं सही कामों पर खर्च होना चाहिए।"
इसके साथ ही बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि हमने पहले 8 मशीनों का उद्घाटन किया था, अब कुल 12 मशीन हो गई हैं। इस मशीन से हम रोज़ 3600 टन कूड़ा खत्म कर पाएंगे। यहां रोज़ 2400 टन कूड़ा आता है। हमें उम्मीद है कि 2-3 साल में लैंडफिल की ऊंचाई हम आधा कर सकेंगे।
Delhi: 4 new Trommel machines installed today to process garbage at Ghazipur landfill site.
— ANI (@ANI) September 11, 2020
"Now there're 12 machines. This'll dispose of 3,600 Tonnes of waste a day. 2,400 Tonnes is dumped here daily. We hope to cut landfill's height by half in 2-3 years," says G Gambhir, BJP MP pic.twitter.com/XV5sTYzfan
गाजीपुर में हर दिन 2 टन कचरा डंप होता है’
बता दें कि दैनिक भास्कर रिपोर्ट में पूर्वी दिल्ली के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर अरुण कुमार ने पिछले दिनों बताया था कि यह 65 मीटर (213 फीट) ऊंचा हो चुका है। इस क्षेत्र का दायरा हर साल 10 मीटर बढ़ रहा है। इसकी गंदी बदबू आसपास के क्षेत्र को खराब कर रही है।
गाजीपुर कचरा संग्रहण केंद्र 1984 में खोला गया। इसकी क्षमता 2002 में ही पूरी हो गई थी। इसे तब ही बंद किया जाना था। मगर अभी भी शहर का मलबा सैकड़ों ट्रकों के जरिए यहां डाला जा रहा है। दिल्ली नगर निगम अधिकारी ने नाम न बताए जाने की शर्त पर कहा था कि गाजीपुर में हर दिन 2 टन कचरा डाला जाता है।
कचरा डालने के कारण हवा और पानी दोनों प्रदूषित हो रहे
पर्यावरण रक्षा समूह चिंतन की प्रमुख चित्रा मुखर्जी ने पिछले दिनों एक मीडिया साक्षात्कार में कहा था कि यह सबकुछ तुरंत बंद होना चाहिए। लगातार कचरा डालने के कारण हवा और पानी दोनों प्रदूषित हो रहे हैं। रहवासी का कहना था कि जहरीली बदबू ने हमारा जीवन नर्क बना दिया है। लोग हमेशा बीमार रहने लगे हैं।
बता दें कि सरकार ने 2013 से 2017 के बीच सर्वे करवाया। इसमें दिल्ली में 981 लोगों की मौत इन्फेक्शन के कारण हुई जबकि 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण के शिकार हुए।