किसान आंदोलन के बीच सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू, जानिए क्या है कारण
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 8, 2021 04:43 PM2021-02-08T16:43:41+5:302021-02-08T16:44:40+5:30
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल आगे बढ़ाया. इस दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने मंत्रालय से संबंधित कुछ पूरक प्रश्न के उत्तर दिए. इस बीच, सदन में नारेबाजी जारी रही। कांग्रेस और द्रमुक के सदस्यों ने ‘काले कानून वापस लो’ के नारे लगाए.
नई दिल्लीः किसान आंदोलन के बीच सोमवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धूकांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी से मिलने उनके घर पहुंचे.
नवजोत सिंह सिद्धूपंजाब की राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं हैं. हालांकि वे ट्विटर पर सक्रिय रहते हैं. अक्सर शेरो शायरी के जरिये अपनी भावनाओं को जाहिर करने वाले सिद्धू ने मुलाकात से कुछ देर पहले ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने लिखा कि सविनय अवज्ञा, वास्तव में, एक रूढ़िवादी विचार है. यह विद्रोह से कुछ कदम कम है.
Civil disobedience is , in fact , a conservative idea , a few steps short of rebellion . It honours the rule of law by insisting on good laws and rejecting bad laws . #FarmersProtest
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) February 8, 2021
यह अच्छे कानूनों पर जोर देकर और बुरे कानूनों को खारिज करके कानून के शासन का सम्मान करता है. इससे पहले सिद्धू ने एक ट्वीट किया था कि ये दबदबा, ये दौलतें, ये हुकूमत का नशा, सब किरायेदार हैं... घर बदलते रहते हैं.
रख भरोसा खुद पर,
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) February 7, 2021
क्यो ढूंढता है तू फरिश्ते,
पंछीओ के पास कहाँ होते हैं नक्शे,
फिर भी रास्ता ढूंढ़ लेते हैं।#FarmersProtest
पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. सिद्धू की पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से तनातनी जगजाहिर है. ऐसे में सिद्धू का सोनिया गांधी से मुलाकात करने जाना कई संभावनाओं को जाहिर कर रहा है.
Delhi: Congress leader Navjot Singh Sidhu arrives at the residence of party's interim chief Sonia Gandhi, to meet her. pic.twitter.com/sGagBmT7S5
— ANI (@ANI) February 8, 2021
नये कृषि कानूनों के मुद्दे पर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
विवादों में घिरे नये कृषि कानूनों के मुद्दे पर कांग्रेस, द्रमुक और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही सोमवार को आरंभ होने के करीब 10 मिनट बाद शाम पांच बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही शुरु होते ही पिछले कुछ दिनों की तरह आज भी कांग्रेस और द्रमुक के सदस्य अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे.