ओडिशा के 91 लोकसभा, विधानसभा प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले
By भाषा | Published: April 17, 2019 06:02 AM2019-04-17T06:02:05+5:302019-04-17T06:02:05+5:30
राज्य में दूसरे चरण में पांच लोकसभा और 35 विधानसभा सीटों पर खड़े कुल 279 उम्मीदवारों में से 91 ने अपने हलफनामे में उनके खिलाफ आपराधिक मामले लंबित होने की जानकारी दी है।
राज्य में दूसरे चरण में पांच लोकसभा और 35 विधानसभा सीटों पर खड़े कुल 279 उम्मीदवारों में से 91 ने अपने हलफनामे में उनके खिलाफ आपराधिक मामले लंबित होने की जानकारी दी है। दूसरे चरण में मतदान 18 अप्रैल को हैं।
ओडिशा इलेक्शन वॉच ने अपनी रपट में यह जानकारी दी है। लोकसभा के 35 प्रत्याशियों में से सात और विधानसभा के 244 प्रत्याशियों में से 84 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले लंबित होने की जानकारी दी है। ओडिशा इलेक्शन वॉच, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) का ही हिस्सा है जो देश में चुनाव सुधार के लिए काम करने वाला संगठन है।
ओडिशा इलेक्शन वॉच के समन्वयक रंजन मोहंती ने कहा कि लोकसभा के 35 प्रत्याशियों में से सात यानी 20 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि इसमें से पांच यानी 14 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी तरह विधानसभा के 244 प्रत्याशियों में से 84 यानी 35 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले और इनमें से 68 यानी 28 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मोहंती ने बताया कि जिन मामलों में पांच साल से ज्यादा की सजा हो सकती है उन्हें गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा गया है। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले विधानसभा प्रत्याशियों में से 21 भाजपा, 17 कांग्रेस, 13 बीजद और 4 बसपा से हैं। इसमें भाजपा के 18, कांग्रेस के 10, बीजद के 11 और बसपा के 4 प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।