Shramik Specials: श्रमिक विशेष ट्रेन पर राजनीति जारी, सीएम ममता बोलीं- पीएम दखल दें, बिना जानकारी मुंबई से भेज दीं 36 Train
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 27, 2020 07:51 PM2020-05-27T19:51:38+5:302020-05-27T19:51:38+5:30
श्रमिक विशेष ट्रेन को लेकर राजनीति जारी है। इस बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में दखल दें। उधर महाराष्ट्र में भी रेल को लेकर कई दिन राजनीति जारी है।
कोलकाताः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में रोज श्रमिक विशेष ट्रेन भेजने की रेलवे की कथित “सनक” भरी कार्यप्रणाली को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि ऐसे वक्त में राजनीति न करे जब राज्य कोरोना वायरस महामारी और अम्फान चक्रवात से हुई तबाही की दोहरी चोट से उबरने की कोशिश में लगा है। उन्होंने कहा कि राज्य का अधारभूत ढांचा अम्फान चक्रवात के बाद अपनी अधिकतम सीमा में काम कर रहा है।
ताजा मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को रेल मंत्रालय पर आरोप लगाया। ममता ने कहा, 'हमारी जानकारी के बिना, 36 ट्रेनें मुंबई से आ रही हैं। मैंने महाराष्ट्र के साथ बात की, उन्हें भी सूचना देर से मिली। रेलवे अपने दम पर इसकी योजना बना रहा है।'
ममता ने अम्फान तूफान का हवाला देते हुए कहा, बंगाल इस वक्त तूफान की तबाही से जूझ रहा है और रेलवे हर दिन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भेज रहा है। इससे कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होगी। ममता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आगे कहा, 'वे मुझे राजनीतिक रूप से परेशान कर सकते हैं, वे राज्य को नुकसान क्यों पहुंचा रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि फिलहाल पश्चिम बंगाल इस स्थिति में वहां दैनिक आधार पर प्रवासियों को लेकर काफी कम ट्रेनें पहुंचे। बनर्जी ने कहा कि रेलवे द्वारा काफी संख्या में प्रवासी मजदूरों को प्रदेश में लाने को राज्य जन स्वास्थ्य के लिये गंभीर खतरे के तौर पर देखता है। उन्होने कहा कि दबाव “आदर्श व अच्छी तरह से प्रबंधित” होना चाहिए। उन्होंने कहा, “प्रदेश सरकार कोविड-19 महामारी और चक्रवात से हुई तबाही की दोहरी मार झेल रही है। हमारा आधारभूत ढांचा अधिकतम सीमा पर काम कर रहा है।
रेलवे अपनी सनक और पसंद के हिसाब से राज्य में रोज श्रमिक विशेष ट्रेनें भेज रहा है, वह भी हमें जानकारी दिये बिना।” प्रदेश में आज शाम पहुंचने वाली 11 श्रमिक विशेष ट्रेनों के आगमन से पहले मुख्यमंत्री ने कहा, “हम इन प्रवासी मजदूरों को संस्थागत पृथक-वास के लिये कहां रखेंगे? यह राजनीति का समय नहीं है। हम बेहद मुश्किल स्थिति का सामना कर रहे हैं और हमें इससे निपटने के लिये समय और जगह चाहिए।” तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा, “वे (भाजपा) मुझे राजनीतिक रूप से परेशान कर सकते हैं, लेकिन वे राज्य को नुकसान क्यों पहुंचा रहे हैं?
पश्चिम बंगाल इतनी बड़ी मुसीबत का सामना कर रहा है। इससे कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी होगी। इसके बाद जिम्मेदारी कौन लेगा?” बनर्जी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से इस मामले को देखने का अनुरोध करती हैं। प्रधानमंत्री को दखल देना चाहिए।”
तृणमूल कांग्रेस सरकार ने रेल मंत्रालय से अम्फान चक्रवात से हुई तबाही के मद्देनजर राज्य में 26 मई तक श्रमिक विशेष ट्रेन नहीं भेजने का अनुरोध किया था। बनर्जी ने कहा कि महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु जैसे कोरोना वायरस हॉटस्पॉट राज्यों से आने वालों को 14 दिन के संस्थागत पृथकवास में रहना होगा।
Without our knowledge, 36 trains are coming from Mumbai. I spoke with Maharashtra, they also got the information late. Railways is planning it on their own: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee pic.twitter.com/Sz7yHv7ISm
— ANI (@ANI) May 27, 2020
इनपुट पीटीआई