यूपी की 'बस सियासत' में कूदे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रियंका गांधी को दी ये नसीहत
By शिवअनुराग पटैरया | Published: May 20, 2020 02:56 PM2020-05-20T14:56:55+5:302020-05-20T14:56:55+5:30
शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश में जारी बस पर सियासत के बीच योगी आदित्यनाथ का साथ देते हुए कहा है कि प्रियंका गांधी को राजनीति के लिए मजदूरों को मोहरा नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कांग्रेस नेता पर निशाना साधा।
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को मजदूरों की मदद के लिए मध्यप्रदेश का मॉडल देखने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को मध्य प्रदेश आकर देखना चाहिए कि मजदूरों की मदद कैसी की जाती है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इन दिनों मजदूरों की मदद को लेकर आमने-सामने हैं.
इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी योगी आदित्यनाथ के साथ हो गए हैं. उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कांग्रेस महासचिव पर हमला बोला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रियंका गांधी अगर आपको सच में श्रमिकों की मदद करनी है, तो मध्य प्रदेश आइए. हमारे यहां की व्यवस्थाएं देखिये, सीखिए उससे आपको मदद मिलेगी. मध्य प्रदेश की धरती पर आपको कोई मजदूर भूखा, प्यासा और पैदल चलता हुआ नहीं मिलेगा, हमने कारगर इंतजाम किए हैं.
प्रियंका जी, अगर आपको सच में श्रमिकों की मदद करनी है, तो मध्यप्रदेश आइये। हमारे यहॉं की व्यवस्थाऍं देखिये, सीखिए; उससे आपको मदद मिलेगी। मध्यप्रदेश की धरती पर आपको कोई मजदूर भूखा, प्यासा और पैदल चलता हुआ नहीं मिलेगा। हमने कारगर इंतजाम किये हैं। pic.twitter.com/4MDrl4UDlv
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 19, 2020
मुख्यमंत्री शिवराज ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अपने और दूसरे राज्यों के श्रमिकों को उनके घरों एवं राज्यों तक पहुंचाने के लिए हम एक हजार से अधिक बसें रोज चलवा रहे हैं. देश के दूसरे राज्यों में फंसे अपने 4.5 लाख मजदूर भाई-बहनों को अब तक ट्रेनों और बसों से उनके घर पहुंचा चुके हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि प्रियंका गांधी को संकट की इस घड़ी में अपनी निकृष्टतम राजनीति के लिए मजदूरों को मोहरा नहीं बनाएं, उनकी हाय लगेगी. उनके साथ-साथ यह देश और दुनिया भी आपकी कथनी और करनी में अंतर को साफ-साफ देख रहा है. छल नहीं, सेवा कीजिए, यही सच्ची राजनीति है.