प्रशांत किशोर का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला- चुनाव में कोई बाधा ना आए, इसलिए कोरोना जांच कम
By एस पी सिन्हा | Published: June 26, 2020 05:10 PM2020-06-26T17:10:41+5:302020-06-26T17:10:41+5:30
पिछले दिनों पीके जहां लॉकडाउन के दौरान क्वारेंटाइन सेंटर में बदहाली, कोटा में फंसे छात्रों की वापसी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर थे.
पटनाः चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कोरोना टेस्टिंग को लेकर हमला बोला है.
हालांकि जब से वह पार्टी से अलग हुए हैं, वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. पिछले दिनों पीके जहां लॉकडाउन के दौरान क्वारेंटाइन सेंटर में बदहाली, कोटा में फंसे छात्रों की वापसी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर थे.
वहीं एकबार फिर उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी चुनाव को लेकर बिहार की जनता के साथ बड़ा खिलवाड़ कर रहे हैं. जिसका बहुत ही भयानक परिणाम हो सकता है. प्रशांत किशोर ने कहा है कि कोरोना की वजह से चुनाव और उसके तैयारियों में कोई बाधा ना आए इसलिए नीतीश कुमार ने तय कर लिया है कि बिहार में करोना की जांच की रफ़्तार को नहीं बढ़ायेंगे. बिहार में देश में सबसे कम टेस्टिंग हो रही है.
कोरोना से संक्रमित लोगों के पता ना चलने या उसमें देरी के भयावह परिणाम हो सकते हैं. यहां उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर लॉकडाउन पीरियड से ही लगातार बिहार सरकार के कोरोना जांच पर सवाल खड़ा करते रहे हैं.
इस बार उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जबर्दस्त हमला बोलते हुए यहां तक कह दिया है कि नीतीश कुमार बिहार चुनाव की तैयारी में लग कर कोरोना जैसी गंभीर महामारी को ही भूला बैठे हैं. नीतीश कुमार जानबूझ कर बिहार में कोरोना की जांच की रफ्तार नहीं बढ़ा रहे हैं ताकि सच सामने आ जाएगा तो बिहार चुनाव की तैयारियों में मुश्किलें पैदा होने लगेंगी.
टेस्ट नहीं होने या फिर धीमी रफ्तार होने की वजह से संक्रमितों का पता नहीं चलने से इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ सकता है. बिहार में कोरोना और भी तेजी से पांव पसार सकता है. इस तरह से पीके अब अपने हमलावर रुख से सबको सकते में डाल रखे हैं.