कोरोना पर सोनिया के नेतृत्व में विपक्ष की बैठक, करीब 15 पार्टियां होंगी शामिल, ममता-उद्धव व पवार समेत कई नेता शिरकत करेंगे
By अनुराग आनंद | Published: May 19, 2020 02:43 PM2020-05-19T14:43:35+5:302020-05-19T20:24:15+5:30
विपक्षी नेताओं के इस बैठक में लॉकडाउन को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में बात हो सकती है।
नई दिल्ली: देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। यही वजह है कि इस गंभीर मामले पर चर्चा करने के लिए पहली बार विपक्ष की करीब 15 पार्टियां ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर रही है। शुक्रवार को शाम 3 बजे होने वाले इस बैठक में ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे व शरद पवार समेत कई दलों के बड़े नेता शामिल होंगे।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, इस बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस नेता सोनिया गांधी करेंगी। यह संभव है कि इस बैठक में लॉकडाउन को लेकर मोदी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में बात हो सकती है और सरकार की ओर से राज्य सरकारों के साथ किए जा रहे बर्ताव पर चर्चा की जाएगी।
बता दें कि कोरोना के खिलाफ जंग में राज्य सरकारें केंद्र से सहयोग न मिलने की लगातार शिकायतें कर रही हैं। महाराष्ट्र का कहना है कि उसे उसके हिस्से का जीएसटी का पैसा अभी तक नहीं मिला है। इसी तरह ममता बनर्जी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कोरोना संकट के दौरान भी राजनीति करने और गैर-बीजेपी शासित राज्यों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगा चुकी हैं।
इससे पहले ही केंद्र सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कहा था कि केंद्र सरकार बिना राज्यों से बातचीत किए जोन बनाने का फैसला ले रही है। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में बैठे लोग मुख्यमंत्रियों से सलाह तक नहीं लेते।
बता दें कि कोरोना संकट को लेकर देश में जारी लॉकडाउन के बावजूद संक्रमितों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
भारत में मंगलवार को कोरोनावायरस संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर एक लाख के पार पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 3,163 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों की संख्या 1,01,139 हो गई है।
वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 4970 नए मरीज मिले हैं और 134 लोगों की जान गई है। हालांकि, राहत की बात यह है कि 39,174 मरीज कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं। रिकवरी रेट सुधर कर 38.73 प्रतिशत पर पहुंच गया है।