CM खट्टर ने की अपील- प्रवासी कामगार हरियाणा छोड़ कर न जाएं, MP पुलिस की मनुहार-कृपया भोजन करके जाएं
By भाषा | Published: May 6, 2020 09:25 PM2020-05-06T21:25:18+5:302020-05-06T21:25:18+5:30
देश भर में जारी लॉकडाउन के बीच प्रवासी कामगार अपने-अपने घर लौट रहे हैं। हालांकि कई राज्य के मुख्यमंत्री उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं। कर्नाटक और हरियाणा के सीएम ने कहा कि आप लोग राज्य छोड़ कर न जाएं। काम शुरू होने वाला है।
चंडीगढ़ः हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उद्योगों में काम कर रहे प्रवासी कामगारों से राज्य से नहीं जाने की अपनी अपील दोहराई और कहा कि जिन इकाइयों को उत्पादन की अनुमति दी गई है वे वहां काम करना शुरू कर दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति बेहतर हैं और प्रवासी कामगारों को कोई निर्णय लेने से पहले अपने गृह राज्य के हालात और हरिणाया के हालात के बीच तुलना करनी चाहिए। खट्टर ने टेलीविजन पर जनता के नाम अपने संदेश में कहा,‘‘मैं उद्योगों में काम करने वाले प्रवासी कामगारों से फिर से अपील करना चाहता हूं कि वे चिंता छोड़ दें। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यहां स्थिति बेहतर है, रोजगार ठीक है,यहां का माहौल अच्छा है और कोविड-19के हालात बेहतर हैं।’’
हरियाणा में अधिकतर प्रवासी कामगार बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश से हैं। उन्होंने कामगारों से कहा,‘‘आप जब भी कोई निर्णय लें तो उस पर दोबारा विचार करें और यहीं रहें। घर जाने की जल्दबाजी नहीं दिखाएं। कोविड-19 फैल रहा है और ऐसे वक्त में सुरक्षित रहने का सर्वश्रेष्ठ तरीका यही है कि आप जहां हैं वहीं रहें।’’
उन्होंने कहा,‘‘अगर कोई यहां से जाना चाहता है तो इसके लिए राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप उनके लौटने की व्यवस्था पहले की कर दी है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को पहली विशेष ट्रेन हिसार से 1,200 प्रवासी कामगारों को ले कर बिहार के कटिहार के लिए रवाना हो गई है। आने वाले दिनों में और ट्रेनें चलाई जाएगीं।
इंदौर जिले में पुलिस ने जगह-जगह भोजनशालाएं खोल दी हैं
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लागू देशव्यापी लॉकडाउन के बीच अपने मूल निवास स्थानों को लौट रहे प्रवासी मजदूरों के लिये मदद का हाथ बढ़ाते हुए मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में पुलिस ने जगह-जगह भोजनशालाएं खोल दी हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि प्रवासी मजदूरों और गरीब तबके के अन्य राहगीरों के लिये जिले के क्षिप्रा, सिमरोल, बड़गोंदा, मानपुर, किशनगंज और बेटमा क्षेत्रों में भोजनशालाएं चलायी जा रही हैं। पुलिस कर्मियों और समाजसेवी संस्थाओं के स्वयंसेवकों द्वारा इन भोजनशालाओं का जिम्मा संभाला जा रहा है।
पुलिस ने प्रवासी मजदूरों के लिये चलायी जा रहीं भोजनशालाओं के बाहर बैनर भी लगा रखा है जिस पर मनुहार भरे लहजे में लिखा है-"कृपया भोजन करके जाएं।" पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के लिये अलग-अलग स्थानों पर पेयजल का भी इंतजाम किया गया है। अधिकारी ने बताया कि खासकर महाराष्ट्र और गुजरात से पलायन करने वाले प्रवासी मजदूर इंदौर जिले से होते हुए अपने मूल निवास स्थानों की ओर जा रहे हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं जो चिलचिलाती गर्मी के बीच अपने परिवार के साथ सैकड़ों किलोमीटर का मुश्किल सफर तय करने के लिये पैदल ही चल पड़े हैं।
घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों में उत्तरप्रदेश के लोगों की तादाद सबसे ज्यादा है। यातायात पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) उमाकांत चौधरी पिछले कई दिनों से इंदौर जिले के क्षिप्रा क्षेत्र में वाहनों की जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया, "परिवहन के वैध पास वाले उन वाहनों को आगे बढ़ने की अनुमति दी जा रही है जो प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्यों तक ले जा रहे हैं। गुजरात सरकार ने प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिये बड़ी तादाद में ऐसे पास जारी किये हैं।"