Corona Lockdown: ट्रेन चलाने को लेकर बीजेपी और विपक्ष शासित राज्यों में राजनीतिक युद्ध, पश्चिम बंगाल ने रेलवे पर लगाया गलत बयानी का आरोप
By संतोष ठाकुर | Published: May 16, 2020 06:59 AM2020-05-16T06:59:02+5:302020-05-16T06:59:46+5:30
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि उन्होंने 30 रेलगाडि़यां चलाने की मांग की थी लेकिन अब तक केवल 14 रेलगाड़ियां ही दी गई हैं. वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार में एक टीएमसी नेता ने कहा कि राज्य में चुनाव होने वाले हैं और इसलिए केंद्र सरकार अनावश्यक रूप से राज्य सरकार के खिलाफ गलत बयानी कर रही है.
केंद्र की भाजपा सरकार और अलग-अलग राज्यों में मौजूद विपक्षी दलों की सरकार के बीच रेलगाडि़यों को चलाने को लेकर राजनीतिक युद्ध शुरू हो गया है. इस लड़ाई में पिस रहे हैं वे लोग जो अपने घरों से दूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. भाजपा कह रही है कि विपक्षी दलों की सरकार अपने यहां पर ट्रेन चलाने की इजाजत नहीं दे रही हैं.
वहीं, विभिन्न राज्य सरकारों ने केंद्र पर ही उलटा आरोप मढ़ा है कि वह उन्हें मांग के अनुरूप रेलगाडि़यां उपलब्ध नहीं करा रही है. इसकी जगह केंद्र की भाजपा सरकार राजनीति कर रही है. राज्यों के साथ केंद्र की इस लड़ाई की वजह से विभिन्न राज्यों के मजदूर और वह अन्य लोग चिंता में हैं जो लॉकडाउन की मुसीबतों की वजह से विभिन्न शहरों से अपने गृह राज्य और गांव जाना चाहते हैं. उनको यह डर लग रहा है कि कहीं इस लड़ाई की वजह से उनकी रेलगाड़ी ही ना छूट जाए.
एक दिन पहले ही रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर पश्चिम बंगाल सरकार को लेकर कहा था कि वहां से अधिक रेलगाडि़यां चलाने में सहायता नहीं मिल रही है. राज्य के गृह सचिव ने 8 मई तक 8 रेलगाडि़यां चलाने की बात की थी. लेकिन यह अब तक नहीं चल पाई हैं. जिससे यात्रियों की समस्या बढ़ रही है.
वहीं, आज भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल सरकार और कांग्रेस की राज्य सरकारों को रेलगाडि़यां नहीं चलाने देने को लेकर कठघरे में खड़ा किया. भाजपा के इन आरोपों के जवाब में रक्षात्मक होने की जगह राज्य सरकारों ने भाजपा पर राजनीतिक हमला बोल दिया है.
बघेल और सोरेन ने खोली पोल!: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि उन्होंने केंद्र सरकार से 30 रेलगाडि़यां चलाने की मांग की थी. इसके लिए सवा करोड़ रुपए से अधिक की राशि भी जमा करा दी गई थी. लेकिन केंद्र सरकार ने अब तक केवल 14 रेलगाड़ियां ही दी हैं.
इसी तरह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके राज्य से करीब 7 लाख से अधिक मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. जबकि केंद्र सरकार केवल 3- 4 रेलगाडि़यां ही चला रही है. ऐसे में उनके मजदूर और राज्य के अन्य लोग कैसे वापस आएंगे. केंद्र सरकार को राजनीति नहीं करनी चाहिए और राज्य सरकार की मदद करनी चाहिए.
पश्चिम बंगाल सरकार ने रेलवे को दी चेतावनी: इन राज्यों के साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार ने भी रेलवे को गलत बयानी के लिए चेतावनी देते हुए कहा है कि यह बताएं कि हमने कब रेलगाड़ियों को चलाने से इनकार किया है. अगर केंद्र सरकार के पास ऐसा कोई भी प्रमाण है तो उसे जनता के सामने रखें. केवल राजनीति करने के लिए राज्य सरकार के खिलाफ बयान जारी नहीं करे.
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव होने वाले हैं. यही वजह है कि केंद्र सरकार अनावश्यक रूप से राज्य सरकार के खिलाफ गलत बयानी कर रही है. उसे शायद मालूम नहीं है कि ममता बनर्जी राज्य में कितनी लोकप्रिय हैं. भाजपा के तमाम नेताओं के दावों के बाद भी राज्य में भाजपा का विस्तार नहीं हो रहा है. उनके नेता पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. इसकी वजह से भाजपा बौखला गई है और ट्रेन नहीं चलाने के गलत आरोप लगाकर राज्य सरकार को बदनाम करने में लगी है.