कांग्रेस के G-23 नेताओं ने एकजुट होकर कांग्रेस आलाकमान को दिया सख्त संदेश, जानें इन नेताओं के नाराजगी की वजहें

By अनुराग आनंद | Published: February 28, 2021 08:34 AM2021-02-28T08:34:48+5:302021-02-28T08:39:58+5:30

गुलाम नबी आजाद के साथ एकजुटता जाहिर करते हुए 'G-23' नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम के साथ कांग्रेस के रवैये पर सवाल उठाए। कपिल सिब्बल ने कहा कि जब हमें पता चला कि गुलाम नबी आजाद को संसद से मुक्त किया जा रहा है, तो हमें काफी दुख हुआ।

Congress's G-23 leaders unitedly gave a strong message to the Congress high command, know the reasons for these leaders' displeasure | कांग्रेस के G-23 नेताओं ने एकजुट होकर कांग्रेस आलाकमान को दिया सख्त संदेश, जानें इन नेताओं के नाराजगी की वजहें

कांग्रेस के G-23 नेताओं की बैठक (फाइल फोटो)

Highlightsराज बब्बर ने कहा कि लोग हमें जी-23 कहते हैं. लेकिन, मैं उन्हें बता दूं, हम गांधी-23 हैं।आनंद शर्मा ने भी हाल के दिनों में पार्टी की तरफ से गुलाम नबी आजाद के साथ बर्ताव को लेकर नाराजगी जाहिर की।

जम्मू: कई कांग्रेस नेताओं ने शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की जमकर प्रशंसा की जो हाल ही में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए हैं। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में दिग्गज नेता की प्रमुख भूमिका होगी क्योंकि राष्ट्र की पहचान को सत्तारूढ़ भाजपा से ‘खतरा’ है।

आजाद 15 फरवरी को संसद के उच्च सदन से सेवानिवृत्त हुए थे। तिवारी ने गांधी ग्लोबल फैमिली द्वारा आयोजित एक समारोह में कहा, "जब यह देश खतरे का सामना कर रहा है और इसकी पहचान बदलने की कोशिश की जा रही है, तो ऐसे में हमें राष्ट्र रूपी जहाज को किनारे तक ले जाने के लिए आजाद जैसे नेता और उनके मार्गदर्शन की जरूरत है।"

कांग्रेस के 23 बड़े नेताओं के एक मंच पर आने की वजहें क्या हैं?

हाल में कांग्रेस पार्टी के नेताओं का एक मंच पर आना कई वजहों से अहम मायने रखता है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के 23 बड़े नेता हाल में गुलाम नबी आजाद के प्रति पार्टी के व्यवहार व राज्यसभा में नेता विपक्ष आनंद शर्मा की जगह मल्लिकार्जुन खड़गे को बनाए जाने व राहुल गांधी के उत्तर-दक्षिण वाले विवादास्पद टिप्पणी के साथ ही अध्यक्ष व अन्य संगठनात्क मामलों में लंबित मामले की वजह से ये नेता नाराज हैं। यही नहीं 5 राज्यों के चुनाव में आजाद जैसे नेताओं के साथ गठबंधन व सीट बंटवारे में बात नहीं करने से भी सभी नेता नाराज हैं। 

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, "समय आ गया है जब प्रगतिशील, राष्ट्रवादी और धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एक मंच पर साथ आना चाहिए"

 

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, "समय आ गया है जब प्रगतिशील, राष्ट्रवादी और धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एक मंच पर साथ आना चाहिए। इसमें आजाद की प्रमुख भूमिका रहेगी।" पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आजाद को धन्यवाद देने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण गांधी ग्लोबल फैमिली के निमंत्रण पर यहां आए हैं। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, ‘‘आजाद कांग्रेस के एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता हैं और यह कहना गलत नहीं है कि वह पार्टी को गहराई से समझने वाले कुछ लोगों में शामिल हैं क्योंकि वह विभिन्न राज्यों में पार्टी के प्रभारी रहे हैं।’’

आनंद शर्मा बोले, जिस व्यक्ति के साथ हमने 40 साल से अधिक समय बिताया है, हम उनके साथ हैं

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि सवाल किए जा रहे हैं कि ‘‘ हम यहां क्यों आए हैं?’’ उन्होंने कहा, "हम भारत में रहते हैं और देश में कहीं भी जाने का हमारा अधिकार है। हमें किसी से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है। हम यहां एक संदेश देने आए हैं कि जिस व्यक्ति के साथ हमने 40 साल से अधिक समय बिताया है, हम उनके साथ हैं।" हालांकि, उन्होंने कहा, "हमने पार्टी की स्थिति में सुधार और इसे मजबूत बनाने के लिए अपनी आवाज उठाई है ताकि युवा पार्टी में शामिल हों।" 

राज बब्बर बोले, लोग हमें जी-23 कहते हैं लेकिन, मैं उन्हें बता दूं, हम गांधी-23 हैं

राज बब्बर ने कहा, "लोग हमें जी-23 कहते हैं. लेकिन, मैं उन्हें बता दूं, हम गांधी-23 हैं। हम गांधीजी के दर्शन में विश्वास करते हैं। हमारा उद्देश्य पार्टी को मजबूत करना है।" पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने भी हाल के दिनों में पार्टी की तरफ से गुलाम नबी आजाद के साथ बर्ताव को लेकर नाराजगी जाहिर की।

(एजेंसी इनपुट)

Web Title: Congress's G-23 leaders unitedly gave a strong message to the Congress high command, know the reasons for these leaders' displeasure

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