मध्य प्रदेश: संकट प्रबंधन के लिए सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: March 11, 2020 06:07 AM2020-03-11T06:07:32+5:302020-03-11T06:07:32+5:30
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर घिरे संकट के बादलों के बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से स्थिति संभालने के लिए कहा है। मंगलवार को वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस को जोर का झटका लगा और सरकार संकट में घिर गई।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक, वरिष्ठ नेता हरीश रावत और मध्य प्रदेश कांग्रेस इकाई के प्रभारी दीपक बाबरिया को पार्टी के विधायकों के साथ बातचीत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो कि स्थिति की समीक्षा करेंगे।
सूत्रों ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नेताओं को असंतुष्टों और पार्टी के बीच मध्यस्थता करने और उनकी शिकायतों को हल करने का काम सौंपा गया है। इससे पहले सोनिया गांधी ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता हरीश रावत समेत अन्य नेताओं के साथ बैठक की।
वहीं, आज सुबह कांग्रेस विधायक भोपाल से जयपुर ले जाए जा सकते हैं। इसके अलावा बेंगलुरु में ठहरे कुछ असंतुष्ट विधायकों को मनाने के लिए सज्जन सिंह वर्मा और गोविंद सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इससे पहले दिग्विजय सिंह समेत कई नेताओं ने बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि बीजेपी राज्य में कमलनाथ सरकार गिराने के लिए साजिश रच रही है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है, उनकी पार्टी बहुमत साबित कर लेगी और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है, उनमें छह मंत्री भी शामिल हैं।