कांग्रेस ने कल बुलाई सीडब्ल्यूसी की बैठक, नए अध्यक्ष चुनाव पर चर्चा की संभावना, महाधिवेशन पर फ़ैसला
By शीलेष शर्मा | Published: January 21, 2021 04:14 PM2021-01-21T16:14:43+5:302021-01-21T20:17:40+5:30
कांग्रेस ने 22 जनवरी को अपनी शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीब्डल्यूसी) की बैठक बुलाने का फैसला किया है जिसमें पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को लेकर चर्चा हो सकती है।
नई दिल्लीः कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी कल (22 जनवरी) होने वाली कार्यसमिति की बैठक में पार्टी महाधिवेशन और नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर फ़ैसला लेंगी।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार कल की ही बैठक में इस बात को लेकर भी निर्णय किया जायेगा कि नये अध्यक्ष के चुनाव के साथ महाधिवेशन के दौरान ही कार्यसमिति के सदस्यों का चुनाव कराया जाये अथवा नहीं। ग़ौरतलब है कि ग्रुप 23 लगातार नेतृत्व पर कार्यसमिति के सदस्यों का चुनाव कराने का दबाव डाल रहा है।
क्योंकि अभी कार्यसमिति के सदस्यों को अध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जा रहा है। ग्रुप 23 इसके खिलाफ है उसकी मांग है कि तिरुपति अधिवेशन की तर्ज़ पर पारदर्शिता के साथ चुनाव कराये जाएं। महाधिवेशन कहां हो इस पर भी कल फ़ैसला लिया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार रायपुर ,जयपुर ,चंडीगढ़ अथवा दिल्ली में से किसी एक स्थान पर बजट सत्र के पहले चरण के बाद यह महाधिवेशन बुलाने के संकेत हैं। संगठनात्मक चुनावों के अलावा कल की वर्चुअल मीटिंग में बजट सत्र में उठाये जाने वाले मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
कार्यसमिति के एक सदस्य ने लोकमत को बताया कि संसद में उठाये जाने वाले मुद्दों के साथ साथ पार्टी की संसद में क्या रणनीति हो। विपक्ष को कैसे लामबंद किया जाये जैसे सवाल भी चर्चा का विषय होंगे। किसानों के आंदोलन,अर्नब लीक मामला, तेल के बढ़ते दाम, वैक्सीन जैसे विषय भी एजेंडे का हिस्सा होंगे। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
सीडब्ल्यूसी की यह डिजिटल बैठक शुक्रवार को सुबह 10.30 बजे होगी। सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में नए अध्यक्ष के चुनाव के साथ साथ किसान आंदोलन और कुछ अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि इस बैठक में अध्यक्ष के चुनाव को हरी झंडी दी जा सकती है और चुनाव तिथि का ऐलान भी हो सकता है।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों के उप चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल जैसे कुछ वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी का सक्रिय अध्यक्ष बनाए जाने की मांग से फिर उठाई।
वैसे, कांग्रेस नेताओं का एक बड़ा धड़ा लंबे समय से इस बात की पैरवी कर रहा है कि राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस की कमान संभालनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस के 99.99 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी फिर से उनका नेतृत्व करें।