दिग्विजय सिंह का हमला, कहा- मोदी जी का अहंकार इसी प्रकार रहा तो देश भी तबाह होने से नहीं बचेगा, भागवत जी इन्हें नियंत्रित करो
By रामदीप मिश्रा | Published: July 2, 2020 10:46 AM2020-07-02T10:46:35+5:302020-07-02T11:17:54+5:30
दिग्विजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि अहं और अहंकार ने रावण की लंका जला दी और दुर्योधन के अहं और अहंकार ने महाभारत का युद्ध करा दिया। यही अहम और अहंकार उनमें नजर आ रहा है।
भोपालः जहां एक ओर गुरुवार को मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट का विस्तार हो रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने मशहूर कवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियां पढ़ीं थीं।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'अहम और अहंकार ने रावण की लंका जला दी और दुर्योधन के अहं और अहंकार ने महाभारत का युद्ध करा दिया। यही अहम और अहंकार आज मोदी जी में नजर आ रहा है। यदि मोदी जी का अहम दंभ और अहंकार इसी प्रकार रहा तो हमारा देश भी तबाह होने से नहीं बचेगा। मोहन भागवत जी जरा मोदी जी को नियंत्रित करो।'
इससे पहले दिग्विजय सिंह ने चीनी सेना के कथित तौर पर लद्दाख के भारतीय इलाके में घुसने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए थे। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए सिंह ने कहा था कि यहां तक कि रक्षा मंत्री एवं विदेश मंत्री ने कहा है कि चीनी सेना भारतीय इलाके में घुसी है।
अहं और अहंकार ने रावण की लंका जला दी और दुर्योधन के अहं और अहंकार ने महाभारत का युद्ध करा दिया। यही अहं और अहंकार आज मोदी जी में नज़र आ रहा है। यदि मोदी जी का अहं दंभ और अहंकार इसी प्रकार रहा तो हमारा देश भी तबाह होने से नहीं बचेगा। मोहन भागवत जी ज़रा मोदी जी को नियंत्रित करो। pic.twitter.com/5XimIk0puF
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 2, 2020
लद्दाख के गलवान घाटी में 20 सैन्यकर्मियों के शहीद होने की ओर इशारा करते हुए उन्होंने बताया था, 'सेना के अधिकारी भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि ऐसी घटना हुई थी। 20 लोग (जवान) शहीद हुए हैं। अधिकारियों सहित भारतीय सेना के 10 जवानों को चीनी सेना ने बंधक बना लिया था और बाद में छोड़ दिया। लेकिन प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि कुछ नहीं हुआ। अब सवाल उठता है कि कौन सही बोल रहा है?'