कांग्रेस संगठन में हो रहे बदलाव, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर घमासान, महाराष्ट्र में भी रार
By शीलेष शर्मा | Published: January 2, 2021 07:26 PM2021-01-02T19:26:18+5:302021-01-02T19:27:53+5:30
तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लिए 32 उपाध्यक्ष, 57 महासचिव और 104 सचिव नियुक्त किए गए हैं। इसके साथ ही, पार्टी ने कार्यकारी समिति के सदस्य और 32 जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी नियुक्त किए हैं।
नई दिल्लीः कांग्रेस संगठन में केंद्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक किए जा रहे बदलावों के बावजूद सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
पार्टी के ग्रुप 23 में शामिल नेता, जहां संगठन में चुनाव करा कर पदों को भरने की माँग पर अड़े हैं तो पार्टी नेतृत्व प्रदेशों में विभिन्न पदों पर मनोनीत करने का सिलसिला जारी रखे हुए है। इसी क्रम में आज पार्टी की तमिलनाडु इकाई का पुनर्गठन कर दिया गया।
हालांकि तमिलनाडु में पार्टी का कोई भारी जनाधार नहीं है, लेकिन दक्षिण के केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर घमासान मचा हुआ है। केरल जहाँ से राहुल गांधी स्वयं सांसद हैं, वहाँ पार्टी के नेता मुल्लापल्ली रामचंद्रन की जगह किसी दूसरे नेता को प्रदेश अध्यक्ष चाहते हैं।
लेकिन पार्टी आलाकमान ने साफ़ कर दिया है कि मुल्लापल्ली रामचंद्रन को नही हटाया जायेगा। राज्य के प्रभारी तारिक़ अनवर ने इसकी पुष्टि की। तेलंगाना में कांग्रेस नये अध्यक्ष की नियुक्ति के सवाल पर टूट की कगार पर है।
दरअसल केसी वेणुगोपाल रेवंत रेड्डी को अध्यक्ष बनाये जाने की वकालत कर रहे हैं ,उत्तम रेड्डी के इस्तीफ़े के बाद से तेलंगाना कांग्रेस के नेता दिल्ली में चक्कर लगा रहे हैं ताकि रेवंत रेड्डी की नियुक्ति को रोका जा सके। इन नेताओं का आरोप है कि रेवंत रेड्डी चंद्र बाबू नायडू के निकट हैं और उन्ही के इशारे पर काम करते हैं।
सूत्र बताते हैं कि इन नेताओं ने आलाकमान को साफ़ कर दिया है कि रेवंत रेड्डी को अध्यक्ष बनाया गया तो पार्टी में टूट हो जायेगी। महाराष्ट्र में प्रदेश इकाई को लेकर चर्चा जारी है लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका है।
पार्टी में नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जिन नामों पर विचार चल रहा है उनमें राजीव सातव, यशोमति ठाकुर, सुनील केदार और पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे अमित देशमुख के नाम शामिल हैं ,चूँकि राहुल महाराष्ट्र की ज़िम्मेदारी किसी नौजवान चेहरे को सौंपना चाहते है अतः इन नामों को गंभीरता से लिया जा रहा है।