चुनाव से पहले कांग्रेस हुई 'भगवा माइंड', BJP-RSS को चित करेगा कांग्रेस का 'मिशन हिन्दू'
By जनार्दन पाण्डेय | Published: September 11, 2018 10:00 AM2018-09-11T10:00:53+5:302018-09-11T10:00:53+5:30
राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव प्रचार की शुरुआत सोमनाथ मंदिर से की थी। कर्नाटक में वह रिकॉर्डतोड़ मंदिर-मठों गए।
नई दिल्ली, 11 अगस्तः आगामी विधानसभा चुनावों और खास तौर पर लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कांग्रेस मिशन हिन्दू लग गई है। कांग्रेस पार्टी के सभी मुखर नेता खुलकर हिन्दुत्व और ब्राह्मण पर भाषण कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक के बाद एक अपने कामों से यह साबित करने कोशिश में लगे हैं कि वह एक हार्ड-कोर हिन्दू व ब्राह्मण हैं।
मैं ब्राह्मण हूं और पार्टी में महासचिव हूं- राहुल गांधी, 2012 में
राहुल गांधी ने यह टिप्पणी 2012 में उत्तर प्रदेश के चुनावों में मिली हार की समीक्षा बैठक में कही थी। तब उनके ऊपर चुनावों में सवर्ण नेताओं की अनदेखी के आरोप लग रहे थे। लेकिन उन्होंने अपनी जाति बताकर लोगों को शांत कराया था। लेकिन बाद के दिनों में उन्होंने अपने कामों से लगातार खुद को दलितों, पिछड़ों का हितैषी होने के संकेत दिए। उन्होंने कई बार दलितों के घर जाकर खाना खाया। लेकिन पिछले करीब एक साल से राहुल गांधी ने कलेवर बदला है। उन्होंने मंदिर, मठ, धार्मिक यात्राओं का रुख किया है।
राहुल गांधी के हालिया विचार इस तरह के हैं-
Shiva is the Universe. #KailashYatrapic.twitter.com/1do7SW9eb4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 7, 2018
राहुल गांधी मानसरोवर यात्रा से लौट आए हैं। उन्होंने भारत बंद में जबर्दस्त प्रर्दशन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने मित्र को 45000 करोड़ देने जैसे गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने राजघाट से लेकर रामलीला मैदान तक मार्च पास्ट भी किया। लेकिन इसके बारे में मंगलवार सुबह नौ बजे तक कोई ट्वीट नहीं। लेकिन शिव ही संसार है, इस ट्वीट को पिन टू टॉप किया गया है। यानी कि राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट पर जाने वाले को सबसे पहले यह ट्वीट दिखाई दे।
Congress President @RahulGandhi offers waters from the holy Mansarovar lake from his #KailashYatra at the samadhi of Mahatma Gandhi at #Rajghatpic.twitter.com/qTrVtZCwIc
— Congress (@INCIndia) September 10, 2018
भारत बंद में भी राहुल गांधी ने अपने हिदुत्व मिशन का पूरा ध्यान रखा। उन्होंने भारत बंद की शुरुआत ही कैलाश से लाए जल को महात्मा गांधी की समाधि पर चढ़ाने से की। यह विशुद्ध रूप से एक धार्मिक प्रतीक था।
राहुल गांधी ने पिछले साल गुजरात में अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत सोमनाथ मंदिर से की थी। इसी तरह कर्नाटक में राहुल गांधी रिकॉर्डतोड़ मंदिर-मठों में गए। उन्होंने शंकराचार्य से भी मुलाकात की।
रणदीप सुरजेवाला का मिशन ब्राह्मण
कांग्रेस के डीएनए में ब्राह्मण समाज का खून है। कांग्रेस सत्ता में आई तो ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन करेगी। इस बोर्ड का चेयरमैन भी ब्राह्मण समाज का ही होगा। स्वाभाविक ज्ञान हमेशा ब्राह्मणों के पास रहा है। क्योंकि पैसा कभी ब्राह्मण का ज्ञान नहीं खरीद सका।- रणदीप सुरजेवाला, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी कांग्रेस
रणदीप सुरजेवाला इस मामले में फ्रंटफुट पर आकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने ब्राह्मणों के कल्याण पर कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दिखाते हुए कहा, 'कांग्रेस के द्वारा गठित किए जाने वाले ब्राह्मण कल्याण बोर्ड में 300 करोड़ रुपये का बजट होगा।' उन्होंने यहां आर्थिक रूप से पिछड़ रहे ब्राह्मणों का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा, 'बहुत से ब्राह्मण परिवार इस वक्त आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। लेकिन मौजूदा सरकार को उनकी चिंता नहीं है। कांग्रेस इस बोर्ड में 300 करोड़ रुपये के बजट से उन परिवारों को मदद पहुंचाएगी। उनके बच्चों की शिक्षा-दीक्षा के खर्चों का भी खयाल रखेगी। '
ब्राह्मणों के लुभाने के वायदों के साथ यहां उन्होंने ब्राह्मण जाति पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'करीब 40 से 50 फीसदी स्कूलों का मालिकाना हक आज भी ब्राह्मणों के पास ही है। लेकिन पैसे की कमी चलते ये सभी इस वक्त डूब रहे हैं। कांग्रेस सरकार आती है तो इन ब्राह्मणों को बिना किसी गारंटी के महज 4 फीसदी के ब्याज पर 10 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन दिया जाएगा।'
ब्राह्मणों को प्रलोभन देने का रणदीप सुरजेवाला ने फिलहाल सबसे बड़ा पाशा फेंका है। उन्होंने कहा, 'मौजूदा आरक्षण नीति को छेड़े बगैर, कांग्रेस सत्ता में आने पर ब्राह्मणों के लिए 10 फीसदी तक का आरक्षण देने की व्यवस्था करेगी।' इतना ही नहीं उन्होंने तीर्थस्थलों पर दांव लगा दिया है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों के 48 कोस की यात्रा के करीब 368 तीर्थों के जीर्णोंद्धार भी कराएगी।
रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस की ओर से 2019 चुनावों के लिए गठित की गई तीन अहम समितियों में दो के अहम हिस्सा हैं। वह रणनीति तैयार करने वाली कोर समिति और प्रचार करने वाली प्रचार समिति का हिस्सा हैं। उनके यह विचार आने वाले दिनों में भी दोबारा सुनने को मिल सकते हैं।
शशि थरूर का इंटेलेक्चुल हिन्दू कार्ड
Why I am a Hindu (किताब): लेखक- शशि थरूर
अब इसी किताब के नाम पर एक यूट्यूब चैनल बनाया गया है। इससे 'वाय आई एम अ हिन्दू' नाम की वेब सिरीज आ रही है। हाल ही में इसका ट्रेलर रिलीज हुआ। इसमें भारतीय संस्कृति, परंपरा, हिंदुओं की मान्यता, देवी-देवताओं, रीति-रिवाज आदि के बारे में जिक्र हो रहा है। खास बात यह है कि वेब सिरीज में खुद शशि थरूर ने खुद को कास्ट किया है। वह खुद ही इस वेब सिरीज में एंकर की भूमिका में दिखाई दे रहे हैं।
इससे पहले उन्होंने हिन्दू आतंकवाद की बात की थी। उससे भी पहले वह हिन्दू, राष्ट्रवाद आदि मुद्दों पर मुखर रहे हैं। ब्रिटिश संसद में उनका भारत के इतिहास पर दिए गए भाषण से उन्हें खासी पहचान मिली थी। वह लगातार हिन्दुत्व, देशभक्ति पर मुख रहे हैं। वेब सिरीज उनका नया उद्घाटन है। शशि थरूर 2019 के लिए गठित की गई कांग्रेस मेनिफिस्टो टीम के अहम हिस्सा हैं। कांग्रेस की आगे नीतियों में भी उनके विचारों की झलक दिख सकती है।