कांग्रेस विधायक दल की बैठकः 22 विधायक रहे अनुपस्थित, जानिए कौन-कौन MLA नहीं पहुंचे
By धीरेंद्र जैन | Published: July 14, 2020 08:32 PM2020-07-14T20:32:45+5:302020-07-14T20:36:24+5:30
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने सचिन पायलट, विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा के खिलाफ प्रस्ताव रखा। जिसका उपस्थित विधायकों ने समर्थन किया और तीनों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया।
जयपुरः राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चले रहे टकराव को लेकर आज कांग्रेस पार्टी द्वारा बुलाई गई विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट के साथ 22 विधायक अनुपस्थित रहे।
इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक में संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने सचिन पायलट, विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा के खिलाफ प्रस्ताव रखा। जिसका उपस्थित विधायकों ने समर्थन किया और तीनों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया।
सचिन पायलट के गैर जिम्मेदाराना रवैये को देखते हुए उन्हें प्रदेशााध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया। पायलट के स्थान पर शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। अब सचिन पायलट के लिए कांग्रेस के दरवाजे अब बंद हो गए हैं।
तीन दिन से जारी उन्हें मनाने के सभी प्रयास विफल होने के बाद अंत में पार्टी ने यह कदम उठाया
पिछले तीन दिन से जारी उन्हें मनाने के सभी प्रयास विफल होने के बाद अंत में पार्टी ने यह कदम उठाया है। हालांकि, उन्हें पार्टी से नहीं निकाला है। विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस के सभी विधायक होटल में ही रुके हैं।
जबकि मुख्यमंत्री ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की और सचिन पायलट, विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किये जाने की सूचना दी। इसी बीच, मुख्यमंत्री ने आज शाम 7ः30 बजे मुख्यमंत्री निवास पर मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। ऐसा माना जा रहा है कि वे विधायकों को साधने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार भी कर सकते हैं।
राज्यपाल से मिलने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा प्रदेश की सरकार को गिराने की साजिश पिछले 6 माह से रच रही है। लेकिन भाजपा अपने प्रयासों में कभी सफल नहीं होगी। कांग्रेस की सरकार के पास बहुमत के लिए आवश्यक विधायकों की संख्या है।
कांग्रेस ने जो राजनीतिक ताकत सचिन पायलट को कम उम्र में दी गई, वो शायद किसी को नहीं मिली
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस ने जो राजनीतिक ताकत सचिन पायलट को कम उम्र में दी गई, वो शायद किसी को नहीं मिली। महज 30-32 साल की उम्र में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया। वहीं, 34 साल की उम्र में राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष और 40 साल की उम्र में उपमुख्यमंत्री। इसका अर्थ यही था कि सोनिया और राहुल का आशीर्वाद उनके साथ है। लेकिन खेद है कि पायलट और उनके कुछ साथी अपनी ही पार्टी की सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।
आज कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विधायक दल की बैठक में कांग्रेस सरकार में शामिल रहे 22 विधायक अनुस्थित रहे। इनमें सचिन पायलट सहित 19 कांग्रेसी विधायक हैं, जबकि सुरेश टांक, खुशवीर सिंह जोजावर और ओमप्रकार हुडला तीनों निर्दलीय विधायक हैं।
सचिन पायलट के अलावा कांग्रेस के विश्वेन्द्र सिंह, रमेश मीणा, दीपेंद्र सिंह सुरेश मोदी, भंवर लाल शर्मा, वेदप्रकाश सोलंकी, हरीश मीणा, बृजेन्द्र ओला, हेमाराम चैधरी, मुकेश भाकर, इंद्राज गुर्जर, गजराज खटाना, राकेश पारीक, मुरारी मीणा, पीआर मीणा, रामनिवास गावड़िया, अमर सिंह, और गजेंद्र शक्तावत विधायक दल की बैठक में अनुपस्थित रहे।