कांग्रेस में उठा असंतोष, अब और जोर पकड़ रहा है ग्रुप 23, फिर हुआ सक्रिय, राहुल गांधी को नहीं बुलाया
By शीलेष शर्मा | Published: February 26, 2021 07:27 PM2021-02-26T19:27:00+5:302021-02-26T19:28:45+5:30
समारोह में पहुंचे हैं उनमें गुलामनबी आज़ाद के अलावा आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, भूपेंद्र हुड्डा, मनीष तिवारी, राज बब्बर और विवेक तन्खा के नाम प्रमुख हैं।
नई दिल्लीः कांग्रेस में तेज़ी से बढ़ते अंसतोष के बाद अब पार्टी दो फाड़ होती नज़र आ रही है। यह संकेत आज उस समय मिले, जब जम्मू में गुलामनबी आज़ाद के सार्वजनिक अभिनंदन के लिये आयोजित कार्यक्रम में केवल ग्रुप 23 के नेताओं को शामिल होने के लिये कहा गया।
हैरानी की बात तो यह थी कि इस समारोह में राहुल गाँधी को आमंत्रित करना तो दूर,पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तक को नहीं बुलाया गया, जो नेता इस समारोह में पहुंचे हैं उनमें गुलामनबी आज़ाद के अलावा आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, भूपेंद्र हुड्डा, मनीष तिवारी, राज बब्बर और विवेक तन्खा के नाम प्रमुख हैं।
आज के समारोह के बाद कल फिर एक एनजीओ द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें ग्रुप 23 के कुछ और नेता शामिल हो सकते हैं। ग्रुप 23 के वरिष्ठ सदस्य ने कांग्रेस नेतृत्व की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुये कहा कि पार्टी वैचारिक रूप से दिवालिया हो चुकी है।
हालत यह हो गये है कि तमिलनाडु में डीएमके से गठबंधन की बातचीत के लिये रणदीप सुरजेवाला और ओमन चांडी को भेजा गया है, यह जानते हुये कि आज़ाद लम्बे समय से तमिलनाडु में गठबंधन को लेकर सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
इस वरिष्ठ नेता ने साफ़ किया कि कांग्रेस को बचाने के लिये किसी हद तक जाना पड़े हम जायेंगे ,चाहे उसके परिणाम कुछ भी हों,क्योंकि पार्टी में जो कुछ चल रहा है वह बर्बादी की ओर जाने वाला रास्ता है। उल्लेखनीय है कि राहुल के दक्षिण और उत्तर को लेकर दिये वयान पर कल जब हंगामा खड़ा हुआ तो सिब्बल, आनंद जैसे किसी नेता ने खुल कर राहुल का समर्थन नहीं किया बल्कि ग्रुप 23 की बैठक बुलाकर राज्य वार अपनी ताक़त दिखाने की रणनीति बना डाली। जम्मू का कार्यक्रम उसी के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है।