गुजरात की दो राज्य सभा सीटों के लिये छिड़ी कांग्रेस -भाजपा में जंग
By शीलेष शर्मा | Published: June 14, 2019 05:24 AM2019-06-14T05:24:10+5:302019-06-14T05:24:10+5:30
गृहमंत्री अमित शाह और महिला तथा बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के लोकसभा सदस्य चुने जाने से गुजरात से राज्य सभा की रिक्त हो रहीं दो सीटों के लिये कांग्रेस और भाजपा में जंग छिड़ गयी है।
गृहमंत्री अमित शाह और महिला तथा बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के लोकसभा सदस्य चुने जाने से गुजरात से राज्य सभा की रिक्त हो रहीं दो सीटों के लिये कांग्रेस और भाजपा में जंग छिड़ गयी है। उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार भाजपा दोनों सीटों पर कब्ज़ा करना चाहती है जबकि कांग्रेस संख्या बल के आधार पर राज्य की एक सीट पर अपना दावा ठोंक रही है।
दोनों सीटों पर कब्ज़ा करने के लिये भाजपा ने चुनाव आयोग की मदद से रिक्त हुयी सीटों की अधिसूचना अलग अलग जारी कराने में सफलता हांसिल करने के बाद दोनों सीटों के लिये चुनाव भी अलग अलग तिथियों पर कराने की योजना बना रही है।
भजपा की साज़िश को भांप कर कांग्रेस ने ज़बाबी रणनीति बनाकर चुनाव आयोग के सामने ज्ञापन देने का फ़ैसला किया है ताकि भाजपा राज्य सभा की दोनों सीटों पर अलग अलग तिथियों में मतदान न करा सके। कांग्रेस ने भाजपा की साजिश का खुलासा करते हुये तीखा हमला बोला। पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि भाजपा चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर दोनों सीटों के लिये अलग -अलग तारीखों में चुनाव कराना की कोशिश कर रही है ताकि जिस तरह उसने अहमद पटेल को राज्य सभा चुनाव में पराजित करने का षड्यंत्र रचा था उसी तरह इस चुनाव में भी षड्यंत्र रच कर विधायकों की खरीद फरोख्त की जा सके।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पास 71 विधयकों का समर्थन है जबकि भाजपा के पास कुल 182 सदस्यों वाली विधानसभा में जो घट कर इस समय 175 हो गयी है में 100 विधायकों का ही समर्थन प्राप्त है , एनसीपी को एक और बीटीपी को दो विधायकों का समर्थन है। इस संख्या बल के अनुसार यदि चुनाव आयोग पुरानी परंपरा का अनुसरण कर एक ही तिथि में चुनाव कराता है तो कांग्रेस भाजपा से एक सीट छीनने में कामयाब हो जायेगी ,लेकिन कांग्रेस को आशंका है कि
भाजपा चुनाव आयोग की मदद से एक ही तिथि में चुनाव न कराने के लिये सभी हथकंडे अपनायेगी ताकि अलग -अलग चुनाव करा कर दोनों सीटों पर अपना कब्ज़ा बरकरार रख सके।