कांग्रेस ने कार्य समिति में किया बड़ा फेरबदल, गुलाम नबी आजाद-मोती लाल वोरा समेत कई नेताओं से छिना महासचिव का पद
By सुमित राय | Published: September 11, 2020 09:28 PM2020-09-11T21:28:44+5:302020-09-11T21:59:31+5:30
कांग्रेस ने शुक्रवार को बड़ा संगठनात्मक फेरबदल करते हुए गुलाम नबी आजाद और मोती लाल वोहरा समेत कई बड़े नेताओं को महासचिव पद से हटा दिया है।
कांग्रेस पार्टी ने चिट्ठी विवाद के बाद बड़ा संगठनात्मक फेरबदल किया गया है और पार्टी ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिवों और प्रभारियों की सूची जारी की है।
सोनिया गांधी ने शुक्रवार को पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए गुलाम नबी आजाद समेत चार वरिष्ठ नेताओं को महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया और पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का भी पुनर्गठन किया।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, आजाद, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी और मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से मुक्त किया गया है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, आजाद, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी और मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से मुक्त किया गया है।
उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी को संगठनात्मक बदलाव के लिए पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल आजाद को महासचिव पद से हटाने के साथ ही सीडब्ल्यूसी में स्थान दिया गया है। पार्टी ने पत्र विवाद की पृष्भूमि में 24 अगस्त को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में बनी सहमति के मुताबिक छह सदस्यीय एक विशेष समिति का गठन किया है।
यह समिति पार्टी के संगठन एवं कामकाज से जुड़े मामलों में सोनिया गांधी का सहयोग करेगी। इस विशेष समिति में एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हैं। सुरजेवाला और तारिक अनवर को पार्टी के नए महासचिव नियुक्त किया गया है।
Congress re-constitutes the Congress Working Committee (CWC) and its Central Election Authority pic.twitter.com/L2VIOw6VTg
— ANI (@ANI) September 11, 2020
Congress appoints general secretaries and in-charges of All India Congress Committee
— ANI (@ANI) September 11, 2020
Gulam Nabi Azad, Ambika Soni, Moti Lal Vohra, Luzenio Falerio, Mallikarjun Khadge dropped from the list of general secretaries pic.twitter.com/DvD9gjcPYL
बता दें कि सोनिया गांधी को संगठनात्मक बदलाव के लिए पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल गुलाम नबी आजाद को महासचिव पद से हटाने के साथ ही सीडब्ल्यूसी में स्थान दिया गया है। पार्टी ने पत्र विवाद की पृष्भूमि में 24 अगस्त को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में बनी सहमति के मुताबिक छह सदस्यीय एक विशेष समिति का गठन किया है। यह समिति पार्टी के संगठन एवं कामकाज से जुड़े मामलों में सोनिया गांधी का सहयोग करेगी।
सोनिया गांधी ने पार्टी मामलों में अपनी मदद के लिए विशेष समिति गठित की जिसमें ए के एंटनी, अहमद पटेल और अंबिका सोनी शामिल हैं। संगठन से जुड़े मामलों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मदद के लिए विशेष समिति में केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला भी शामिल होंगे।
(भाषा से इनपुट)