सीएम शिवराज का कमलनाथ को जवाब, कहा- 'जो सोनिया गांधी व राहुल गांधी के तलवे चाटे वो वफादार और जो सही बोले वो गद्दार'
By अनुराग आनंद | Published: August 22, 2020 07:00 PM2020-08-22T19:00:44+5:302020-08-22T19:00:44+5:30
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनसेवा के लिए कांग्रेस के खिलाफ आवाज उठाना देश से ‘गद्दारी’ नहीं है।
भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने वालों को गद्दार कहे जाने पर कमलनाथ व कांग्रेस को जवाब दिया है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जो सोनिया गांधी और राहुल गांधी के तलवे चाटे वो वफादार और जो सही बात कहे वो गद्दार। हे मैडम सोनिया गांधी तुम्हारे ससुर पंडित जवाहरलाल नेहरू के पिताजी मोतीलाल नेहरू ने 1924 में कांग्रेस छोड़ी थी। क्या मोतीलाल नेहरू भी गद्दार थे?
इसके साथ ही शिवराज ने कहा कि जनसेवा के लिए कांग्रेस के खिलाफ आवाज उठाना देश से ‘गद्दारी’ नहीं है कमलनाथ जी, मोतीलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, इंदिरा गांधी, शरद पवार, अर्जुन सिंह, शीला दीक्षित, प्रणब मुखर्जी और अनेकों सम्मानित नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी, क्या उन सभी को आप गद्दार मानते हैं?
जनसेवा के लिए कांग्रेस के खिलाफ आवाज उठाना देश से ‘गद्दारी’ नहीं है कमलनाथ जी, मोतीलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, इंदिरा गांधी, शरद पवार, अर्जुन सिंह, शीला दीक्षित, प्रणब मुखर्जी और अनेकों सम्मानित नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी, क्या उन सभी को आप गद्दार मानते हैं? #GaddarNahiKhuddarpic.twitter.com/zoIRDnCumF
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 22, 2020
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले राम के नाम का मजाक उड़ाते थे, कहते थे राम तो है ही नहीं, राम तो काल्पनिक है। अदालतों में कहते थे राम के नाम का तो अस्तित्व ही नहीं है। भाजपा ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा और आज वो सपना पूरा हो गया।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने कोरोना में लोगों की जान बचाने के लिए लॉकडाउन लगाया था, लेकिन कमलनाथ जी ने मोदी जी से 15 महीने पहले ही वल्लभ भवन में जनता के लिए लॉकडाउन लगा दिया था। वल्लभ भवन में जनता नहीं आ सकती थी, उद्योगपति और व्यापारी आ सकते थे।
पूर्व मंत्री बोले- सपने मत दिखाएं, पिछले 6 महीनों से अपने घर क्यों नहीं गए ज्योतिरादित्य सिंधिया-
बता दें कि दो दिन पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं प्रदेश के पूर्व लोकनिर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश सरकार पर झूठे सपने दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले कानून लाएं फिर सपने दिखाएं।
वर्मा ने कहा कि 2 करोड़ लोगों को हर साल नौकरी का वादा करके मोदी सरकार 16 करोड़ लोगों की नौकरी ख़त्म कर चुकी है। वर्मा ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की क्या स्थिति है, लगातार अपनी छोटी-छोटी मांगों को लेकर प्रदेश के सत्तर हजार से अधिक अतिथि शिक्षक सरकार के विरोध में प्रदर्शन तथा आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश की शिवराज सरकार इस दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है।
आज प्रदेश में शिक्षकों की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है। कोरोना महामारी के चलते शिक्षकों को अपना पेट भरने तक की समस्या खड़ी हो गई है। महंगाई, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी के चलते हमारे प्रदेश में बच्चों का भविष्य बनाने वाले शिक्षकों का क्या कसूर है? उनको किस बात की सजा शिवराज सरकार दे रही है? यदि सरकार अन्य कर्मचारियों को वेतन दे सकती है तो अतिथि शिक्षकों को क्यों नहीं? प्रदेश की नींव में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शिक्षकों की प्रदेश में यह दशा होगी ऐसी कल्पना कभी नहीं की थी।