झारखंड में ‘ट्रैक्टर चलाता किसान’ से वोट मांगेंगे सीएम नीतीश, चुनाव आयोग ने जदयू को चुनाव चिह्न दिया
By भाषा | Published: September 13, 2019 08:42 PM2019-09-13T20:42:08+5:302019-09-13T20:42:08+5:30
जनता दल यूनाइटेड ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की आपत्ति पर राज्य में तीर का अपना चुनाव चिह्न वापस लिये जाने के बाद छह सितंबर को चुनाव आयोग से ट्रैक्टर पर बैठे किसान का चुनाव चिह्न मांगा था।
चुनाव आयोग ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को शुक्रवार को झारखंड में ‘ट्रैक्टर चलाता किसान’ चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया।
जदयू के झारखंड के महासचिव एवं प्रवक्ता श्रवण कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग ने आज उनकी पार्टी को झारखंड में यह चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया। जनता दल यूनाइटेड ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की आपत्ति पर राज्य में तीर का अपना चुनाव चिह्न वापस लिये जाने के बाद छह सितंबर को चुनाव आयोग से ट्रैक्टर पर बैठे किसान का चुनाव चिह्न मांगा था।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने एक बार फिर से जदयू का चुनाव चिह्न राज्य में जब्त किये जाने की मांग करने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा की आलोचना की थी और आरोप लगाया था कि ऐसा बदले की कार्रवाई के तहत झामुमो ने किया था।
इस वर्ष जून में चुनाव आयोग ने बिहार में जदयू की शिकायत पर झामुमो का तीर-धनुष का चुनाव चिह्न जब्त कर लिया था और उसी के बदले में झामुमो ने जदयू के खिलाफ चुनाव आयोग में ऐसी ही शिकायत झारखंड के लिए की थी।
मुर्मू ने आज बताया कि हाल में पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में यहां हुई पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में जदयू ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव अपने बूते पर अकेले लड़ने का फैसला किया था।
यह पूछे जाने पर कि बिहार में अपने गठबंधन सहयोगी भाजपा के साथ आखिर झारखंड में जदयू क्यों नहीं चुनावी गठबंधन कर रहा है, मुर्मू ने कहा कि इस बारे में पार्टी ने इस वर्ष नौ जून को हुई कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय ले लिया था। उसमें फैसला किया गया था कि जदयू का सिर्फ बिहार में भाजपा से गठबंधन होगा। झारखंड में इस वर्ष अक्तूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।