छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 : पहले चरण की 18 सीटों पर वोटिंग आज, सुरक्षा के किए गए कड़े इंतजाम
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: November 12, 2018 06:16 AM2018-11-12T06:16:37+5:302018-11-12T06:18:21+5:30
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज (सोमवार) पहले चरण के चुनाव होंगे। विधानसभा चुनाव में पहले चरण की 18 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज (सोमवार) पहले चरण के चुनाव होंगे। विधानसभा चुनाव में पहले चरण की 18 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आज नक्सल प्रभावित आठ जिले के मतदाता मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत 190 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इसके लिए राज्य में चुनाव के लिए सुरक्षा बल के लगभग एक लाख जवानों को तैनात किया गया है।
प्रथम चरण में कुल मतदान केन्द्रों की संख्या 4336 है। जहां 31,80,014 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 15,57,435 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 16,22,492 है। वहीं 87 मतदाता तृतीय लिंग के हैं। सोमवार को सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक वोट डाले जायेंगे। वहीं शेष 8 विधानसभा क्षेत्र जिसमें से राजनांदगांव जिले के 5 और बस्तर जिले के 3 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जायेंगे।
राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि राज्य में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए सुरक्षा बलों के लगभग एक लाख जवानों को तैनात किया गया है।
अवस्थी ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान के लिए मतदान दलों को रवाना किया जा रहा है। राज्य के नक्सल प्रभावित अंदरूनी क्षेत्रों के लिए 650 मतदान दलों को हेलीकाप्टर से भेजा गया है। इन क्षेत्रों में मतदान दलों को सुरक्षित पहुंचा दिया गया है। इस कार्य के लिए भारतीय वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल और निजी हेलीकाप्टरों की सेवाएं ली गई है।
जहां मतदान दल सड़क मार्ग से जा सकता है वहां के लिए दल को पूरी सुरक्षा के साथ आज रवाना किया जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा बलों की 650 कंपनियां आई है। इसके अलावा यहां पहले से बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं। सभी को चुनाव कार्य में लगा दिया गया है।
अवस्थी ने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पूरी सतर्कता बतरने को कहा गया है। उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है। सुरक्षा बल से कहा गया है कि वह किसी भी प्रकार के सामान को लाने या अन्य कार्यों के लिए सड़क का उपयोग तब तक नहीं करें जब तक क्षेत्र में रोड ओपनिंग पार्टी न लगी हो या क्षेत्र को बारूदी सुरंगों से रहित न किया गया हो।
उन्होंने बताया के क्षेत्र में बारूदी सुरंग लगे होने की खबरें लगातार आ रही है। माओवादी चुनाव में बारूदी सुरंग लगाकर ही गड़बड़ी फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। आज भी नक्सलियों ने कांकेर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। इस घटना में बीएसएफ का एक उपनिरीक्षक शहीद हुआ है। सुरक्षा बल को आईइडी से बचने के उपाय बताए गए हैं।
अवस्थी ने बताया कि जहां पर मतदान केंद्र हैं और मतदान दल साथ जा रहा है वहां अतिरिक्त सुरक्षा और सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। जैसे, आसपास के क्षेत्र को डीमाईन करें, खुद की सुरक्षा का ध्यान रखें और ध्यान से चलें। नक्सली इन क्षेत्रों में स्पाईक और बारूदी सुरंग लगाते हैं। यदि पैदल जंगल की ओर चलें तब स्पाईक :लोहे का नुकीला तार: का और सड़क की ओर चलने पर आईइडी विस्फोट का खतरा रहता है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पिछले 10 दिनों में तीन सौ से ज्यादा बारूदी सुरंगों को निकाला और नष्ट किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बताते हैं कि आज मतदान वाले जिलों में बड़ा मूवमेंट हो रहा है। इस दौरान सबसे बड़ा खतरा बारूदी सुरंगों से है क्योंकि नक्सलियों को पता है कि यहां मतदान केंद्र है और मतदान दल और सुरक्षा बल की आवाजाही रहेगी। इन क्षेत्रों में मतदान दल को सुरक्षित पहुंचाना, मतदान कराना और वापस लाना चुनौती भरा काम है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में राजनीतिक दलों की सुरक्षित रैली कराना भी चुनौती पूर्ण काम था जो शनिवार को संपन्न हो गया।
मतदान केंद्र
अधिकारी ने बताया कि बीजापुर जिले के 76 मतदान केंद्रों को, सुकमा के 40 मतदान केंद्रों को, कांकेर के 25 मतदान केंद्रों को, दंतेवाड़ा के 21 मतदान केंद्रों को, नारायणपुर के 18 मतदान केंद्रों को, राजनांदगांव जिले के 12 मतदान केंद्रों को, कोंडागांव जिले के चार मतदान केंद्रों को तथा बस्तर जिले के दो मतदान केंद्रों को भी अन्यत्र स्थानांतरित किया गया है। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिले और राजनांदगांव जिले के 18 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार 12 तारीख को मतदान होगा। सोमवार को राजनांदगांव जिले के मोहला-मानपुर, कांकेर जिले के अंतागढ़, भानुप्रतापपुर और कांकेर, कोंडागांव जिले के केशकाल और कोंडागांव, नारायणपुर जिले के नारायणपुर, दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा, बीजापुर जिले के बीजापुर तथा सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोट डाले जाएंगे।
जिन आठ विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक निर्धारित है, उनमें राजनांदगांव जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव और खुज्जी तथा बस्तर जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र बस्तर, जगदलपुर एवं चित्रकोट शामिल हैं।
राज्य में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है और पिछले 15 दिनों में तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। गत आठ नवंबर को नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एक यात्री बस को उड़ा दिया था। इस घटना में चार नागरिक और केंदीय औद्योगिक सुरक्षा बल के एक जवान की मृत्यु हो गई थी।
इससे पहले नक्सलियों ने 30 अक्टूबर को दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में पुलिस दल पर हमला कर दिया था। इस घटना में दूरदर्शन के एक कैमरामैन और तीन पुलिस जवानों की मृत्यु हो गई थी।
वहीं 27 अक्टूबर को नक्सलियों ने बीजापुर जिले के आवापल्ली थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ के बुलेट प्रुफ बंकर वाहन को उड़ा दिया था। इस घटना में सीआरपीएफ के चार जवानों की मृत्यु हो गई थी।
(इनपुट-भाषा)