कर्नाटक में उपचुनावः भाजपा ने उपमुख्यमंत्री लक्षमण सवाडी का टिकट कटा, कहा- अनुशासित सिपाही हूं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 16, 2019 03:31 PM2019-11-16T15:31:40+5:302019-11-16T15:31:40+5:30
प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस के अयोग्य विधायक महेश कुमातल्ली को अठानी से अपना उम्मीदवार बनाया है। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कुमातल्ली ने सवाडी को हराया था।
कर्नाटक में पांच दिसंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव में टिकट नहीं दिये जाने से नाराज होने की खबरों के बीच प्रदेश के उप मुख्यमंत्री लक्षमण सवाडी ने कहा कि वह पार्टी के ‘अनुशासित सिपाही’ हैं और पार्टी का निर्णय उन्हें मंजूर है।
सवाडी ने कहा कि विधायक नहीं होने के बावजूद जिस पार्टी ने उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया है वही उनका भविष्य तय करेगी। प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस के अयोग्य विधायक महेश कुमातल्ली को अठानी से अपना उम्मीदवार बनाया है। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कुमातल्ली ने सवाडी को हराया था।
सवाडी ने कहा, ‘‘मैं कहता आ रहा हूं कि मैं पार्टी का एक अनुशासित सिपाही हूं। पार्टी जो भी निर्देश देगी उसका पालन करना मेरा शुरू से कर्त्तव्य है। मुझे पार्टी का निर्णय मंजूर होगा।’’ उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार के लिए सभी संभव प्रयास करेंगे और उनकी जीत सुनिश्चित कराएंगे। सवाडी न तो विधानसभा और न ही परिषद के सदस्य थे, इसके बावजूद उन्हें प्रदेश का उप मुख्यमंत्री बनाया गया था।
कर्नाटक उपचुनाव: भाजपा ने रानीबेनूर सीट पर पुजार को उम्मीदवार बनाया, शंकर बनेंगे विधान पार्षद
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अयोग्य घोषित किये गये विधायक आर शंकर को विधान परिषद का सदस्य और मंत्री बनाया जायेगा, जबकि पांच दिसंबर को रानीबेनूर सीट पर होने वाले उपचुनाव में अरुण कुमार पुजार भाजपा उम्मीदवार होंगे।
शंकर इस सीट से विधायक थे। ऐसा प्रतीत होता है कि शंकर की नाराजगी को दूर करने के लिये यह कदम उठाया गया है जो 15 अन्य अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस-जद(एस) विधायकों के साथ गुरुवार को भाजपा में शामिल हुए थे। शंकर रानीबेनूर सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे।
येदियुरप्पा ने रानीबेनूर सीट से पुजार की उम्मीदवारी की घोषणा की। इसके साथ ही भाजपा ने उपचुनाव वाली सभी 15 सीटों के लिये उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी। ये सीटें कांग्रेस-जदएस के विधायकों को अयोग्य घोषित करने के कारण रिक्त हुई थीं। इनमें से 13 सीटों पर अयोग्य घोषित किए गए संबंधित विधायकों को ही भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है।
अयोग्य करार दिए गए विधायकों के प्रतिनिधित्व वाली 17 में से 15 सीटों पर उपचुनाव कराये जा रहे हैं। इन सीटों से विधायकों के इस्तीफा देने और उनकी गैरमौजूदगी के कारण जुलाई में एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार विश्वासमत हार गयी थी। दो सीटों मस्की और आर आर नगर पर उपचुनाव इसलिए नहीं कराया जा रहा क्योंकि उनसे संबंधित अलग-अलग मामले उच्च न्यायालय में लंबित हैं।
यहां शंकर के साथ बैठक के बाद येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैंने शंकर से वादा किया है कि उन्हें विधानपार्षद और मंत्री बनाना मेरी जिम्मेदारी है। मैं इस वादे को निभाऊंगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने शंकर से पुजार की सहायता करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि पुजार को टिकट देने का फैसला इसलिए किया गया क्योंकि पार्टी में प्रत्येक कार्यकर्ता यही चाहता था।