मध्य प्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनावः बसपा ने आठ उम्मीदवारों की घोषणा की, देखिए लिस्ट
By भाषा | Published: August 28, 2020 09:58 PM2020-08-28T21:58:38+5:302020-08-28T21:58:38+5:30
यह सूची पार्टी अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के आदेशानुसार जारी की गई है। मध्य प्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्यक्रम की अभी घोषणा नहीं की है।
भोपालः मध्य प्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की आठ सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
इस क्षेत्र में बसपा को पहले भी समर्थन मिलता रहा है। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने शुक्रवार को बताया कि जौरा से पूर्व विधायक सोनाराम कुशवाह, मुरैना से रामप्रकाश राजोरिया, मेहगांव से योगेश मेघसिंह नरवरिया, पोहरी से कैलाश कुशवाहा (सभी सामान्य सीट), अंबाह से भानुप्रताप सखवार, गोहद से जसवंत पटवारी, डबरा से संतोष गौड़ और करैरा से राजेन्द्र जाटव (सभी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट) को आगामी उपचुनाव में बसपा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
उन्होंने बताया कि यह सूची पार्टी अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के आदेशानुसार जारी की गई है। मध्य प्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने चुनाव कार्यक्रम की अभी घोषणा नहीं की है।
पिप्पल ने कहा कि बसपा सभी 27 सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी। मध्य प्रदेश में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी। राज्य में विधानसभा की कुल 230 सीटों में से 27 सीट खाली हैं। इनमें से 25 विधायक त्यागपत्र देने के बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं, जबकि दो सीट विधायकों के निधन के कारण रिक्त हुई हैं।
उत्तर प्रदेश में नहीं थम रहे अपराध : मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। मायावती ने मीडिया से कहा कि राज्य में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है और अब तो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाले मीडिया जगत के लोग भी यहां आए दिन हत्या और जुर्म के शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आजमगढ़ मंडल में हुई पत्रकार की हत्या इसका ताजा उदाहरण है। बसपा प्रमुख ने कहा कि राज्य में सरकार की बदहाली का हाल यह है कि बात-बात पर रासुका, देशद्रोह और अन्य अति संगीन धाराओं के इस्तेमाल के बावजूद भी यहां अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया था, "उप्र के सीतापुर में नाबालिग दलित के साथ गैंगरेप, चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी नहीं करने पर युवक की हत्या तथा उसके बेटे का हाथ तोड़ना और गोरखपुर में दोहरी हत्या आदि जघन्य घटनाओं की बाढ़ आई हुई है।" उन्होंने कहा, "क्या यही है सरकार का रामराज्य? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, बसपा की यही मांग है।"