अखिलेश यादव टोंटी लेकर पहुँचे मीडिया के सामने, वायरल फोटो पर दी ये सफाई
By स्वाति सिंह | Published: June 13, 2018 03:06 PM2018-06-13T15:06:41+5:302018-06-13T15:06:41+5:30
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमने सरकारी आवास बिलकुल वैसा ही छोड़ा है जैसे हमे मिला था।
लखनऊ, 13 जून: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव बुधवार को आवंटित सरकारी बंगले में तोड़-फोड़ के आरोपों पर सफाई देते नजर आए। उन्होंने कहा 'हमने सरकारी आवास बिलकुल वैसा ही छोड़ा है जैसे हमे मिला था। अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्हें केवल बदनाम कर रहे हैं।
Wooden flooring along with many things in bungalow are intact. One damaged corner of house was photographed in way to make it look like house was left in a bad state. Log pyaar mein andhe hote honge par jalan aur nafrat mein andhe hote hain yeh meine dekha hai: Akhilesh Yadav pic.twitter.com/3ASvIIDpaJ
— ANI UP (@ANINewsUP) June 13, 2018
उन्होंने आगे कहा सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले वो घर सीएम के तौर पर मुझे मिलने वाला था। तभी मैंने अपनी पसंद से इसे बनवाया था। फिर उन्होंने टोटी दिखाते हुए कहा 'आज मैं टोटी यहां लेकर आया हूं, अब सरकार गिनती बता दे तो मैं पूरी टोटी दे दूंगा। उन्होंने आगे बताया कि उस बंगले के एक कोने में थोड़ा सा लड़की बना हिस्सा टूटा हुआ था। उसी एक चीज की फोटो लेकर ये कहा जा रहा है कि घर की तोड़फोड़ की गई है। अखिलेश यादव ने कहा 'लोग प्यार में अंधे होंगे पर जलन और नफरत में अंधे होते हैं ये मैंने देखा है।
Main toti (faucet) lekar aya hun. Agar sarkar ko yeh lage ki koi toti main lekar chala gaya hun, sarkaar ginti bata de, main poore ki poori toti dene ke liye tayaar hun: Akhilesh Yadav pic.twitter.com/XgV3BRYGKM
— ANI UP (@ANINewsUP) June 13, 2018
बता दें कि समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार (2 जून )कोसरकारी आवास खाली किया था। अखिलेश यादव के आवंटित सरकारी बंगले से जाने के बाद जब जांच पड़ताल के लिए टीम बंगले पर पहुंची तो उसकी अवस्था देख कर सभी अधिकारी अवाक रह गए। जिसके बाद से बंगले की तस्वीरें तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी और लोगो ने अखिलेश यादव की आलोचना करना शुरू कर दिया। हालांकि तब भी अखिलेश यादव ने अपने ऊपर हुए इस हमले का जवाब देना शुरू कर दिया था, उन्होंने सरकारी अधिकारियों से उनकी छवि धुमिल करने का आरोप लगाते हुए बंगले में हुए तोड़फोड़ के लिस्ट की मांग कर दी है।