अशोक गहलोत ने कहा, सभी विधायक साथ, बीजेपी ने सरकार गिराने की पूरी कोशिश की
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 11, 2020 11:40 AM2020-08-11T11:40:27+5:302020-08-11T11:46:33+5:30
तीन सदस्यीय समिति के गठन का फैसला होने के बाद राजस्थान में सियासी संकट का पटाक्षेप होता नजर आ रहा है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि बीजेपी ने सरकार गिराने की पूरी कोशिश की लेकिन अब इसका खात्मा हो गया है। हमारे सभी विधायक साथ हैं, किसी एक ने भी साथ नहीं छोड़ा है। सचिन पायलट से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा, हमारी पार्टी में शांति और भाईचारा बना रहेगा। एक तीन सदस्यों की कमिटी बनाई गई है जिससे शिकायतें दूर की जा सकें। इस बीच आज तीन निर्दलयी विधायक ओम प्रकाश हुडला, सुरेश टांक और खुशवीर सिंह ने सीएम गहलोत से उनके आवास पर मुलाकात की है।
इससे पहले सोमवार को पिछले कई हफ्तों से चल रही सियासी उठापठक के बीच सचिन पायलट ने राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा से करीब दो घंटे तक मुलाकात की। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया ताकि पायलट एवं उनके समर्थक विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों का निदान हो सके।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि पायलट ने कांग्रेस पार्टी और राजस्थान में कांग्रेस सरकार के हित में काम करने की प्रतिबद्धता जताई। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला किया है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी पायलट एवं अन्य नाराज विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दों के निदान एवं उचित समाधान तक पहुंचने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन करेगी।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक दूसरे का परस्पर सम्मान करते हुए एकजुट होकर आगे बढ़ेगी। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी के दखल से राजस्थान में राजनीतिक संकट का सौहार्दपूर्ण हल निकाल लिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘यह कांग्रेस में एकजुटता और कांग्रेस विधायकों की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वे भाजपा के जाल में नहीं फंसे।’’ कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने रहेंगे और पायलट को क्या भूमिका दी जानी चाहिए, इस पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है।
देर-सबेर गिरेगी कांग्रेस सरकार
भाजपा विधायक दल के नेता गुलाब चंद कटारिया ने दावा किया कि कांग्रेस में एकता होगी भी तो अस्थायी रहेगी और सरकार देर-सबेर गिर ही जाएगी। कटारिया ने कहा कि भाजपा विधायकों की बैठक मंगलवार को बुलाई गयी है। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जयपुर में होने वाली बैठक में शामिल हो सकती हैं। वह पिछले कुछ दिन से दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात कर रही हैं
राजस्थान में गहलोत सरकार के खिलाफ पायलट खेमे के 18 विधायकों की बगावत के बाद प्रदेश में भाजपा की रणनीति को लेकर विश्वास में नहीं रखे जाने से राजे के नाखुश होने की खबरों पर सूत्रों ने कहा कि मतभेद हो सकते हैं लेकिन अब सब एक साथ हैं। जहां ऐसा लगता है कि गहलोत के पास विधानसभा में बहुमत है, वहीं भाजपा नेताओं के अनुसार उनकी रणनीति छह बसपा विधायकों के भविष्य पर निर्भर करेगी जिनके कांग्र्रेस में विलय को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गयी है और शीर्ष अदालत इस विषय पर मंगलवार को सुनवाई करेगी।