उपसभापति पदः एनडीए ने मारी बाजी, JDU के हरिवंश सिंह ने RJD के मनोज झा को हराया
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 14, 2020 05:37 PM2020-09-14T17:37:06+5:302020-09-14T19:15:38+5:30
245-सदस्यीय राज्यसभा में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के सदस्यों की संख्या 116 है। वर्तमान में उच्च सदन की सदस्य संख्या 244 है।
नई दिल्लीः जद (यू) सदस्य और राजग की ओर से उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह ने दूसरी बार राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए निर्वाचित हुए। सिंह ने राजद के मनोज झा को मात दी।
राज्यसभा सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि मैं घोषणा करता हूं कि हरिवंश जी को राज्यसभा के उपसभापति के रूप में चुना गया है। नायडू राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में ध्वनि मत से हरिवंश नारायण सिंह को राज्यसभा में उपसभापति चुना गया। राज्यसभा में PM मोदी ने कहा कि मैं हरिवंश जी को दूसरी बार राज्यसभा के उपसभापति चुने जाने पर सदन और देशवासियों की तरफ से बधाई देता हूं।
राज्यसभा उपसभापति के चुनाव में NDA को जीत मिली
राज्यसभा उपसभापति के चुनाव में NDA को जीत मिली है। NDA के उम्मीदवार हरिवंश एक बार फिर राज्यसभा के उपसभापति चुने गए हैं। वो लगातार दूसरी बार इस पद के लिए चुने गए हैं। 245-सदस्यीय राज्यसभा में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के सदस्यों की संख्या 116 है। वर्तमान में उच्च सदन की सदस्य संख्या 244 है।
जनता दल यूनाइटेड के नेता हरिवंश सिंह फिर से राज्यसभा के उपसभापति चुन लिए गए हैं। विपक्ष की ओर से आरजेडी उम्मीदवार और सांसद मनोज झा को हराया। वाईएसआर कांग्रेस और बीजू जनता दल (बीजद) जैसे गैर-राजग दल हरिवंश का समर्थन किया। राज्यसभा में वाईएसआर कांग्रेस के नौ और बीजद के सात सदस्य हैं।
मोदी ने कहा कि हरिवंश नारायण पर जेपी का प्रभाव है
राज्यसभा में PM मोदी ने कहा कि इस बार ये सदन अपने इतिहास में सबसे अलग और विषम परिस्थितियों में संचालित हो रहा है। कोरोना के कारण जैसी परिस्थितियां हैं, उसमें ये सदन काम करे, देश के लिए जरूरी जिम्मेदारियों को पूरा करे, यह हमारा कर्तव्य है। सदन में पीएम मोदी ने कहा कि हरिवंश नारायण पर जेपी का प्रभाव है।
पीएम मोदी ने हरिवंश को जीत के लिए बधाई दी है। पीएम ने कहा कि मैं हरिवंश जी को बधाई देना चाहता हूं। पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने बहुतों के लिए काम किया है। हम सभी ने सदन की कार्यवाही के संचालन के तरीके को देखा है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार संसद ऐसी परिस्थितियों में बुलाई गई है जो पहले कभी नहीं देखी गई थी। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सुरक्षा संबंधी सभी सावधानियां बरती जाएं। पीएम मोदी ने कहा कि हरिवंश ने निष्पक्ष तरीके से कार्यवाही का संचालन किया है। वह एक शानदार अंपायर रहे हैं और आने वाले समय में भी ऐसा ही रहेगा, वह अपने कर्तव्यों को निभाने में हमेशा मेहनती रहे हैं।
After becoming an MP, Harivanshi ji has always ensured how all MPs can become more dutiful. The journalist inside him has stayed alive: PM Narendra Modi https://t.co/FSeK97b7wvpic.twitter.com/S9u8BHechX
— ANI (@ANI) September 14, 2020
सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार और जद (यू) के वरिष्ठ नेता हरिवंश सोमवार को दोबारा राज्यसभा के उपसभापति चुने गए। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उच्च सदन की कार्रवाई के दौरान भाजपा सदस्य जे पी नड्डा ने उपसभापति पद के लिए हरिवंश के नाम का प्रस्ताव रखा और उनकी ही पार्टी के थावरचंद गहलोत ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया।
सदन में ध्वनिमत से हरिवंश को उपसभापति चुन लिया गया
सदन में ध्वनिमत से हरिवंश को उपसभापति चुन लिया गया। उनके सभापति चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, राजद के मनोज झा और विभिन्न दलों के नेताओं ने हरिवंश को बधाई दी और नए कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री मोदी सहित अधिकतर नेताओं ने सदन चलाने की उनकी शैली की सराहना की।
विपक्ष ने राजद नेता मनोज झा को उपसभापति पद के लिए अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया था। सत्तारूढ़ सदस्यों और विपक्ष के प्रस्तावों के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने ध्वनिमत के आधार पर हरिवंश को निर्वाचित करने की घोषणा की। उच्च सदन में हरिवंश अपने पिछले कार्यकाल में उपसभापति थे। वह एक बार फिर बिहार से उच्च सदन के लिए चुने गए हैं।
हरिवंश पहले भी राज्यसभा के उपसभापति रह चुके हैं
हरिवंश पहले भी राज्यसभा के उपसभापति रह चुके हैं। राज्यसभा सदस्य के रूप में उनका कार्यकाल इसी साल समाप्त होने के बाद यह पद खाली हुआ था। एक बार फिर वह जद(यू) के उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के सदस्य बने हैं। साल 2018 में राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए हुए चुनाव में हरिवंश ने कांग्रेस के उम्मीदवार बी के हरिप्रसाद को आसानी से पराजित किया था।
इस चुनाव में हरिवंश को 125 मत मिले थे जबकि प्रसाद को 105 मतों से संतोष करना पड़ा था। साल 2018 के मुकाबले राज्यसभा में भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है जबकि विपक्ष की ताकत कमजोर हुई है और उसका संख्या बल भी कम हुआ है। अब जबकि कांग्रेस हरिवंश को चुनौती देने के लिए विपक्षी खेमे से संयुक्त उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है, ऐसे में चुनाव होना स्वाभाविक लग रहा है।
I declare that Harivansh ji has been chosen as the deputy chairman of the Rajya Sabha: Rajya Sabha Chairman M.Venkaiah Naidu
— ANI (@ANI) September 14, 2020
A voice vote was conducted for the election of Rajya Sabha deputy chairman. https://t.co/WfOGvFHqxqpic.twitter.com/nBshcec7p6