कोरोना वायरसः कांग्रेस का मोदी पर हमला, कहा- राहुल गांधी की पहली चेतावनी के बावजूद भी PM को जनता के सामने आने में 50 दिन लगे
By रामदीप मिश्रा | Published: March 23, 2020 02:37 PM2020-03-23T14:37:17+5:302020-03-23T14:39:17+5:30
Coronavirus: कांग्रेस ने दावा किया कि देश पर मंडराए कोरोना वायरस के संकट के बीच केंद्र सरकार की अनुमति से 19 मार्च तक वेंटिलेटर और मास्क का 10 गुना कीमत पर निर्यात किया गया।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में कोहराम मचा हुआ है। हर देश अपने स्तर पर इस वायरस से लड़ने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में देश की नरेंद्र मोदी सरकार भी कोराना की कमर तोड़ने में लगी हुई है। इस बीच कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली सरकार पर कांग्रेस ने हमला बोला है और आरोप लगाया है कि उसके पास पर्याप्त समय था, लेकिन उसने ढिलाई बरती है।
कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा,'बीजेपी सरकार के पास ठोस उपाय करने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन बार-बार की चेतावनी के बावजूद कोरोना वायरस महामारी से निपटने में उसकी सुस्ती अब हमें संकट की स्थिति में ले गई है। जनता में डर है कि सरकार अब इसे समाप्त नहीं कर पा रही है।'
कांग्रेस ने कहा, 'देश के कई राज्यों में लॉकडाउन चल रहा है, यह सरकार का कर्तव्य है कि वह ऐसे लोगों और व्यवसायों की मदद करे, जो कोरोनो वायरस महामारी के आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।' कांग्रेस का दावा है कि 12 फरवरी को राहुल गांधी ने पहली बार चेतावनी दी थी, इसके बावजूद भी सरकार ने प्रभावी ढंग से उत्तर देने में देरी की। सरकार को इस जवाब देना चाहिए।
BJP Govt had enough time to take concrete measures but their lethargy in handling the Coronavirus epidemic, despite repeated warnings, has now landed us in a state of crisis. There is fear among the public which the govt is now unable to quash. #AbKaroDeshKiRakhwalipic.twitter.com/DYvd23s51Q
— Congress (@INCIndia) March 23, 2020
इससे पहले कांग्रेस ने दावा किया कि देश पर मंडराए कोरोना वायरस के संकट के बीच केंद्र सरकार की अनुमति से 19 मार्च तक वेंटिलेटर और मास्क का 10 गुना कीमत पर निर्यात किया गया। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसे ''आपराधिक साजिश'' करार देते हुए यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह बताना चाहिए कि ऐसा क्यों किया गया?
वैश्विक तबाही मचाने के बाद कोरोना का पहला मामला भारत में सामने आया, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को जनता के सामने आने में लगभग 50 दिन लग गए।
— Congress (@INCIndia) March 23, 2020
एक वैश्विक महामारी से निपटने में ये देरी दुःखद है।#AbKaroDeshKiRakhwalipic.twitter.com/4oXpATwmT6
उन्होंने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री जी, यह एक आपराधिक साजिश है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था कि वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क, डिस्पोजल मास्क, मास्क से जुड़े रॉ मैटेरियल का भण्डारण किया जाए। भारत ने 19 मार्च तक 10 गुना कीमत पर इनके निर्यात की अनुमति दी। ऐसा क्यों?'
देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़कर 415 हो गए हैं। रविवार रात तक संक्रमित लोगों की संख्या 360 थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। इन आंकड़ों में 41 विदेशी नागरिक और अब तक हुई सात मौत शामिल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गुजरात, बिहार और महाराष्ट्र में रविवार को एक-एक मौत हुई जबकि पहले चार अन्य मौत कर्नाटक, दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब में हुई थीं। इन 415 संक्रमित लोगों में वे 24 लोग भी शामिल हैं जिनका इलाज किया जा चुका है या ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है या वो यहां से चले गए हैं।