'BJP और RSS राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं राम मंदिर मुद्दे का इस्तेमाल'
By भाषा | Published: November 5, 2018 04:45 AM2018-11-05T04:45:57+5:302018-11-05T04:45:57+5:30
भाजपा के एक सासंद द्वारा राम मंदिर निर्माण के वास्ते निजी सदस्य विधयेक लाने की योजना बनाने का उल्लेख करते हुए सिंघवी ने कहा, ‘‘1992 के बाद हर चुनाव में वे (भाजपा और आरएसएस) यह मुद्दा उठाते हैं। चुनाव जब खत्म हो जाता है तब वे भगवान राम का वनवास कर देते हैं।’’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार (4 नवंबर) को कहा कि भाजपा और आरएसएस हर चुनाव से पहले अयोध्या के रामजन्मभूमि विवाद को उठाते हैं और चुनाव बीत जाने के बाद वे भगवान राम का वनवास कर देते हैं। उन्होंने सत्तारुढ़ दल पर प्रहार किया और कहा कि उसने राजनीतिक लाभ के लिए इस मुद्दे का इस्तेमाल कर भगवान का अपमान किया है।
भाजपा के एक सासंद द्वारा राम मंदिर निर्माण के वास्ते निजी सदस्य विधयेक लाने की योजना बनाने का उल्लेख करते हुए सिंघवी ने कहा, ‘‘1992 के बाद हर चुनाव में वे (भाजपा और आरएसएस) यह मुद्दा उठाते हैं। चुनाव जब खत्म हो जाता है तब वे भगवान राम का वनवास कर देते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें शर्मिंदा होना चाहिए क्योंकि उन्होंने राजनीतिक लाभ के लिए इस मुद्दे का इस्तेमाल किया और भगवान का अपमान किया। तथ्य यह है कि यह मुद्दा कुछ नहीं बल्कि उनके लिए एक राजनीतिक औजार है।’’
कुछ भाजपा नेताओं द्वारा राममंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अध्यादेश लाने की मांग करने पर सिंघवी ने सवाल किया कि भाजपा ने अपने पिछले चार साल के शासन में ऐसा अध्यादेश लाने पर विचार क्यों नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस आज के युग की मंथरा और भाजपा कैकेयी है। कैकेयी ने भगवान राम को 14 साल के लिए वन में भेजा था लेकिन मंथरा और कैकेयी की इस जोड़ी ने भगवान राम को 30 साल से वनवास में रखा है।’’