लॉकडाउन में प्रशांत किशोर के कार्गो विमान से दिल्ली से कोलकाता जाने की खबर पर BJP और जदयू ने बोला तीखा हमला, जारी किया कार्टून
By एस पी सिन्हा | Published: April 24, 2020 09:22 PM2020-04-24T21:22:55+5:302020-04-24T21:22:55+5:30
भाजपा ने प्रशांत किशोर के कार्गो विमान में सवार होकर कोलकता जाने की खबर के बाद कार्टून जारी कर निशाना साधा है.
पटना: बिहार भाजपा ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का एक कार्टून जारी किया है. उस कार्टून में प्रशांत किशोर को कार्गो विमान में चुपके से सवार होते दिखाया जा रहा है.
साथ हीं कार्टून में प्रशांत किशोर यह कह रहे कि जल्दी से हमें बंद कर मजबूत ताला मारिए, दूसरी चाभी लेकर दीदी कोलकाता में खडी हैं. कार्टून में यह भी लिखा गया है कि प्रशांत किशोर कार्गो फ्लाईट में छिपकर कोलकाता गया है. प्रशांत किशोर को कार्गो विमान से पश्चिम बंगाल ले जाये जाने का आरोप लगा है.
आरोप है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (दीदी) ने उन्हें कोरोना से निबटने में विफलता को लेकर भारतीय जनता पार्टी की आलोचना का जवाब देने के लिए बुलाया है. लॉकडाउन के इस उल्लंघन पर बिहार में राजनीति गर्म हो गई है. बिहार में सत्तारूढ दल जदयू और भाजपा ने उन्हें निशाने पर लिया है.
बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉo निखिल आनंद ने प्रशांत किशोर की दिल्ली से कोलकाता की यात्रा पर एक कार्टून ट्वीटर पर लॉन्च करते हुए हमला किया और कहा है कि- “प्रशांत किशोर जी! क्यों भूल जाते हैं कि आप अब चिट फंड या शेयर कंपनी के कर्मचारी नहीं बल्कि राजनीति में हैं, जहां सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता की कद्र होती है. सवाल तो पूछे ही जायेंगे.
लेकिन सवाल से डरकर या घबडाकर सन्यास लेने की जरुरत नहीं है! निखिल आनंद ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि पश्चिम बंगाल की सरकार कोरोना के खिलाफ लडाई में पूरी तरह असफल है. प्रशांत किशोर के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करते हुए उन्होंने लिखा है कि वे कार्गो फ्लाइट में छुप कर दिल्ली से कोलकाता गए.
यह वक्त मेडिकल एक्सपर्ट, एवं शासन-प्रशासन से विशेषज्ञ लोगों को कमान देने का है, झूठा इमेज मेकओवर का नहीं.एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि कोरोना के मद में केंद्र से मिले सहयोग का पश्चिम बंगाल सरकार उपयोग नहीं कर पा रही है.
कार्गो विमान से कोलकाता बुलाए गए प्रशांत किशोर (पीके) को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल किया है कि आखिर वे किस चीज के एक्सपर्ट हैं? उन्होंने यह भी लिखा है कि केंद्र व राज्य सरकार के स्वास्थ्यकर्मियों तथा शासन-प्रशासन व पुलिस पर भरोसा नहीं करना उनका अपमान है.
भाजपा प्रवक्ता ने पीके से पूछा है कि आप जवाब दीजिए कि लॉकडाउन का उल्लंघन क्यों किया? और कार्गो फ्लाइट के सामान के साथ चोरी- छुपे दिल्ली से कोलकाता कैसे गए? अगर वे कहते हैं कि कार्गो में नहीं दूसरे वाहन से गए तो उसका भी अनुमति पत्र सार्वजनिक करे? प्रशांत को दाएं-बाएं न करते हुए और अनर्गल प्रलाप किए बिना सवाल का जवाब देना चाहिए.”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रशांत किशोर को झूठ बोलने और चोरी करने की पुरानी आदत है. पिछले दिनों अपने ही साथ काम कर चुके एक पुराने सहयोगी शाश्वत गौतम ने कंटेंट चोरी और डिग्री- बायोडाटा के फर्जीवाडे का आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज़ किया था. तब भी बिना जवाब दिए भाग खडे हुए थे.
यही नहीं कोरोना में बिहार के 2 लाख गरीब लोगों को प्रतिदिन खिलाने की सार्वजनिक घोषणा की थी. लेकिन उसके बाद से ऐसे सीन से गायब हो गए हैं. प्रशांत बिहार सरकार पर हमला कर रहे थे, दूसरों का अनुमति पत्र सार्वजनिक कर रहे थे. अभी तक प्रशांत दूसरों से यात्रा का प्रमाण पत्र मांग रहे थे, अब लॉकडाउन में खुद यात्रा कर रहे हैं तो उसका अनुमति पत्र उनको सार्वजनिक तो करना ही चाहिए.
निखिल आनंद ने आक्रमक होते हुए कहा कि, “प्रशांत किशोर एक मार्केटिंग, प्रोपोगंडा और एडवर्टाइजिंग की बुनियाद पर खबरें प्लांट कर सुर्खियां बटोरने वाला एक बाजारू प्रोफेशनल आदमी है. राजनीतिक दलाली करने के दौरान उपजी राजनीतिक महत्वकांक्षा के कारण वे अब दुविधा, भ्रम और अवधारणा का तंत्रजाल खडा कर जनता को ठगने और भरमाने का प्रयास कर रहे हैं."