बिहार विधानसभा का बजट सत्रः किसान आंदोलन, क्राइम और महंगाई पर सदन के बाहर हंगामा, चूल्हे लेकर पहुंचे
By एस पी सिन्हा | Published: February 19, 2021 03:05 PM2021-02-19T15:05:14+5:302021-02-19T15:06:32+5:30
बिहार विधानमंडल का एक महीने चलने वाला सत्र शुक्रवार को शुरू हो गया और इस दौरान राज्य के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद अपना पहला बजट पेश करेंगे।
पटनाः बिहार विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। राजद, कांग्रेस, भाकपा-माले, भाकपा और एआईएमआईएम जैसी पार्टियों ने किसान आंदोलन और पेट्रोल-डीजल रसोई गैस की बढ़ती कीमत पर सरकार पर हमला किया।
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन में शांति दिखी। हालांकि इससे पहले माले विधायक ने विधानसभा परिसर में किसान आंदोलन को समर्थन दिया, आज पहले दिन ही विपक्ष के विधायकों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर सदन के परिसर में प्रदर्शन किया।
वाम दलों के विधायकों ने किसान आंदोलन के समर्थन में और केंद्र सरकार की तरफ से लागू किए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया तो एआईएमआईएम यानी ओवैसी की पार्टी के विधायकों ने सिमांचल की समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया।
एनडीए सरकार में महंगाई
वहीं पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर कुछ विधायक साइकिल पर और कुछ लकड़ी के चूल्हे को लेकर विधानसभा पहुंचे। विपक्ष ने अपने तेवर से बता दिया कि आने वाला वक्त सत्ता पक्ष के लिए सदन में आसान नहीं होगा। कांग्रेस विधायकों ने कहा कि एनडीए सरकार में महंगाई लगातार बेकाबू होती चली जा रही है।
आम लोगों के घरों का बजट फेल हो चुका है, सरकार को आम आदमी के दु:ख-तकलीफों की कोई परवाह नहीं है, विपक्ष ने सरकार को महंगाई के साथ-साथ किसान आंदोलन, कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर घेरने की तैयारी की है। वाम दलों के विधायकों ने मीडिया की स्वतंत्रता के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की।
नए कृषि कानून वापस लिए जाएं
मुजफ्फरपुर में किसानों के धरना प्रदर्शन पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर भी वाम दलों के विधायकों ने विरोध जताया। वाम दल के विधायक की मांग कर रहे हैं कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की मांग को केंद्र सरकार कबूल करें और नए कृषि कानून वापस लिए जाएं, वाम दल ने ऐलान कर दिया है कि बिहार विधान मंडल के बजट सत्र के दौरान वह किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरेगा।
Bihar: Congress MLAs brought a traditional firewood stove to the State Assembly in Patna today in protest against LPG cylinder price hike. MLA Shakeel Ahmad Khan says, "LPG prices are rising. So people will follow traditional method of cooking food now. BJP has brought us there." pic.twitter.com/CHQEJgUlca
— ANI (@ANI) February 19, 2021
वहीं, सत्र के पहले दिन एआईएमआईएम पार्टी के विधायकों ने आज सीमांचल के सवालों को लेकर विधान सभा परिसर में प्रदर्शन किया। सीमांचल के बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा देने, विस्थापितों को आवास देने और आपदा पीड़ितों को राहत की मांग के साथ ओवैसी के विधायक नीतीश सरकार पर हमलावर दिखे।
सीमांचल के साथ भेदभाव
हाथों में सीमांचल से जुड़ी मांगों वाला प्ले कार्ड लेकर अख्तरुल इमान के नेतृत्व में ओवैसी के विधायकों ने जमकर नारेबाजी की, एआईएमआईएम विधायक दल के नेता अख्तरुल इमान ने कहा कि बिहार सरकार हमेशा से सीमांचल के साथ भेदभाव करती रही है। उन्होंने कहा कि इन तमाम सवालों को इस बार विधानसभा के बजट सत्र के उनके विधायक उठाएंगे।
कृषि कानूनों को लेकर हंगामा
सत्र का पहला दिन ही हंगामेदार रहा, अब सोमवार से सदन की कार्यवाही शुरू होगी। इसबार विपक्ष सदन के अंदर कृषि कानूनों को लेकर हंगामा करेगा, इस मसले पर सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव को लेकर नियमावली के तहत भी चर्चा की मांग विपक्ष करेगा, उल्लेखनीय है कि इसबार विपक्ष मजबूत है, तेजस्वी यादव कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार को लेकर नीतीश सरकार की घेराबंदी करेंगे। सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार के ऊपर किसानों को लेकर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया।
मैट्रिक परीक्षा का पेपर लीक
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सदन में हम किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देना चाहते थे, लेकिन सत्तापक्ष इसके लिए तैयार नहीं हुआ। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार और उनके शिक्षा मंत्री को यहां तक नहीं मालूम कि मैट्रिक परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है और सदन में वह चुपचाप बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि इतनी बड़ी तैयारी के बावजूद मैट्रिक का प्रश्नपत्र पेपर कैसे लीक हो गया? तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार में अगर थोडी भी शर्म बची है, तो वह अपनी अंतरात्मा को जगाएं और राजभवन जाकर इस्तीफा सौंप दें।
कराधान संशोधन विधेयक पेश
उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अपनी आत्मा बंगाल की खाड़ी में भेज चुके हैं, इसलिए उन्हें अब शर्म नहीं आती, विधानसभा में बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 2020- 21 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया और सदन के पटल पर रखा, उपमुख्यमंत्री कार्य किशोर प्रसाद ने सबसे पहले कराधान संशोधन विधेयक को सदन में स्वीकृति के लिए पटल पर रखा, इसके बाद शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अपने विभाग से जुडे़ दो विधायकों को सदन पटल पर रखा.
सदन में कई दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई इसमें स्वर्गीय दिनकर राम, भूपेंद्र हाजरा, बूटा सिंह, कपिल देव सिंह, गणेश शंकर विद्यार्थी, कामेश्वर सिंह, एम रामा जोइस, राज नंदन राय और शैवाल गुप्ता शामिल हैं. इसके बाद विधानसभा में शोक प्रकाश हुआ और नेताओं के निधन पर सदन में शोक जताया गया, शोक प्रकाश के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीट पर खडे़ होकर मामला उठाया कि मैट्रिक परीक्षा में सोशल साइंस का पेपर लीक हो गया है।
आखिर बिहार में हर परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कैसे हो रहा है? इस पर सरकार संज्ञान ले और कार्रवाई करे। इसके बाद अध्यक्ष ने कहा कि आपने मामले को संज्ञान में ला दिया, इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई, विधान परिषद की कार्यवाही भी शोक प्रकाश के बाद सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।