बिहार: तेजस्वी ने उठाया बेरोजगारी का मुद्दा, तो जीतन राम मांझी बोले- आपके माता-पिता के शासन में कितनों को मिली नौकरी?
By एस पी सिन्हा | Published: September 16, 2020 09:02 PM2020-09-16T21:02:20+5:302020-09-16T21:02:20+5:30
एनडीए में शामिल होने के बाद जीतनराम मांझी ने कहा कि तेजस्वी बताए पहले उनके माता और पिता के शासन में कितने लोगों को रोजगार मिला?
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच तेजस्वी यादव के द्वारा आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक साथ पूछे गये 17 सवालों पर सबसे पहले प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में बिहार में काम हुआ है. लेकिन तेजस्वी यादव यह बताएं कि उनके माता-पिता के शासन में कितने लोगों को नौकरी दी गई?
यहां उल्लेखनीय है कि एनडीए में शामिल होने के बाद जीतनराम मांझी लगातार तेजस्वी यादव और चिराग पासवान पर हल्ला बोल रहे हैं. इसी कड़ी में आज तेजस्वी यादव के सवालों पर जवाब देते हुए जीतनराम मांझी ने कहा कि बिहार की वर्तमान सरकार काम कर रही है.
इससे अच्छा काम कोई नहीं कर सकता है. कहीं कुछ काम रह गया होगा, लेकिन संपूर्ण तौर आप कह सकते हैं कि बिहार में विकास हुआ है. इससे पहले जो सरकार थी, वह शासन गुंडराज था.
बंदूक, राइफल की नली कार की खिडकी से निकाल कर लोग चलते थे. मुख्यमंत्री आवास पर पंचायत लगती थी. उसमें कहा जाता था ये लोग लडकी उठाकर लाये हैं, दे दीजिए खाने और पीने के लिए. तेजस्वी बताए पहले उनके माता और पिता के शासन में कितने लोगों को रोजगार मिला?
पार्टी का चुनाव चिन्ह बदले जाने पर उन्होंने कहा उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह बदलने से कोई फर्क नहीं पडने वाला है. दो- तीन दिन में जन जन तक नया सिंबल पहुंच जाएगा. पहले हमारे पार्टी का सिंबल टेलीफोन छाप था, इससे हमें दिक्कत होती थी.
हम हमें ’कडाही’ सिंबल दिया गया है. जो घर-घर में मौजूद है. बता दें कि चुनाव आयोग ने जीतनराम मांझी की पार्टी हम को नया चुनाव चिन्ह दिया है. अब हम पार्टी का नया चुनाव चिन्ह कडाही है.