बिहार: प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, उठाई बिहार के बाहर फंसे मजदूरों-छात्रों की बात, भड़की JDU ने किया पलटवार
By एस पी सिन्हा | Published: April 28, 2020 03:42 PM2020-04-28T15:42:27+5:302020-04-28T15:42:27+5:30
लॉकडाउन के कारण बिहार के बड़ी संख्या में खेतिहर मजदूर, श्रमिक और छात्र दूसरे राज्यों में फंस गए हैं और अपने घर वापस नहीं लौट पा रहे हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक दल उनको लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकना शुरू कर दिया है.
पटना: चुनावी रणनीतिकार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्व सहयोगी प्रशांत किशोर भले ही बिहार में न हों, पर वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमले का एक भी मौका चूकना नही चाहते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने एकबार फिर से नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने एक ट्वीट कर कहा है, 'देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन की वजह से फंसे बिहार के हजारों लोगों की दशा दयनीय बनी हुई है, लेकिन मर्यादा में बंधे नीतीश कुमार जी के पास सबके लिए एक ही समाधान है– फंसे हुए कुछ लोगों को 1000 रुपये का मदद! अब इस उदारता के लिए हम सबको जीवनभर उनका आभारी होना ही चाहिए.
प्रशांत किशोर के इस बयान पर भड़क गई है. जदयू ने कभी नीतीश के राजनीतिक सलाहकार रहे प्रशांत किशोर को उनकी हैसियत बताई है. अजय आलोक ने जदयू के पूर्व उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलने के बाद करारा पलटवार किया है. जदयू नेता प्रशांत किशोर को अहसान फरामोश और दलाल प्रवृति का बताते हुए कहा कि ये लोग अपना ट्वीट को भी हिट करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम का सहारा लेते हैं. जिसकी पहचान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ही बदौलत बनी है, वो उन्हीं पर कीचड़ उछालने की नाकाम कोशिश कर रहा है. ऐसे लोग सूर्य पर ही थूनके का दुस्साहस कर रहे हैं. अजय आलोक ने ट्वीट करते हुए लिखा है क एहसान फ़रामोश और दलाल प्रवृति के लोग कभी आभारी नहीं होते ये इनसे बेहतर कौन जानेगा? ट्वीट को लोग पढ़े उसके लिए भी नीतीश कुमार का नाम लेना पड़े, जिसकी पहचान नीतीश जी के कारण बनी आज वही सूर्य पे थूकने का दुस्साहस करते हैं !! कलियुग में कोरोना भी देखना पड़ा.
यहां उल्लेखनीय है कि 'लॉकडाउन के कारण बिहार के बड़ी संख्या में खेतिहर मजदूर, श्रमिक और छात्र दूसरे राज्यों में फंस गए हैं और अपने घर वापस नहीं लौट पा रहे हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक दल उनको लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में प्रशांत किशोर भी अब नीतीश कुमार पर हमलावर हो गये हैं. यहां बता दें कि प्रशांत किशोर को इस वर्ष जनवरी में ही जदयू ने निलंबित किया है. प्रशांत किशोर इससे पहले बिहार सरकार में सहयोगी भाजपा के विधायक अनिल सिंह को कोटा के लिए मूवमेंट पास जारी किए जाने को लेकर भी नीतीश कुमार को आड़े हांथ ले चुके हैं. प्रशांत किशोर ने उस समय ट्वीट किया था, 'कोटा में फंसे बिहार के सैकडों बच्चों की मदद की अपील को नीतीश कुमार ने यह कहकर खारिज कर दिया था कि ऐसा करना लॉकडाउन की मर्यादा के खिलाफ होगा. अब उन्हीं की सरकार ने भाजपा के एक विधायक को कोटा से अपने बेटे को लाने के लिए विशेष अनुमति दी है. नीतीश जी अब आपकी मर्यादा क्या कहती है?' प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट के साथ भाजपा विधायक को जारी किए गए मूवमेंट पास की कॉपी भी लगाई थी.