बिहार में जारी पोस्टरवार: जदयू और राजद में मची होड़, चल रहा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला
By एस पी सिन्हा | Published: March 9, 2020 12:08 AM2020-03-09T00:08:46+5:302020-03-09T00:12:00+5:30
राजद ने पोस्टर जारी किया जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी दोनों पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सामने हाथ जोड़कर खड़े हैं और कह रहे हैं कि सर, चुनाव आनेवाला है, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दीजिए ना सर, इस पर पीएम मोदी और अमित शाह को मुस्कुराते हुए दिखाया गया है और सुशील मोदी कहते दिख रहे हैं कि क्यों ना ट्रंप से मांग लें.
बिहार में पोस्टर को लेकर जारी सियासत थमने का नाम ही नहीं ले रही है. मुख्य रूप से पोस्टरों के माध्यम से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप राजद और जदयू के बीच चल रहा है, लेकिन कांग्रेस भी बीच-बीच में इन दोनों के बीच आ जाती है.
राजद और जदयू के बीच जारी पोस्टरवार के क्रम में जदयू ने फिर एक नया पोस्टर जारी कर राजद पर तंज कसा है. पटना के आयकर गोलंबर पर लगाए गए पोस्टर को दो भागों में दर्शाया गया है. ताजा पोस्टर बिहार को विशेष राज्य के दर्जे को लेकर है, जिसमें राजद ने पोस्टर में ट्रंप की भी एंट्री करवा दी जिसके बाद जदयू ने राजद को पोस्टर से ही जवाब दिया है.
राजद ने पोस्टर जारी किया जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी दोनों पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सामने हाथ जोड़कर खड़े हैं और कह रहे हैं कि सर, चुनाव आनेवाला है, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दीजिए ना सर, इस पर पीएम मोदी और अमित शाह को मुस्कुराते हुए दिखाया गया है और सुशील मोदी कहते दिख रहे हैं कि क्यों ना ट्रंप से मांग लें.
वहीं, जदयू की ओर से जारी पोस्टर में जेल में बंद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को विस्तर पर लेटा दर्शाया गया है. उनके बगल में सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन और नवादा के राजबल्लभ यादव खड़े हैं.
पोस्टर के माध्यम से दर्शाया गया है कि राजद का संबंध अपराधियों से है. पोस्टर में लिखा गया है परिवार मांगे विशेष कैदी का दर्जा. जदयू के इस पोस्टर की खूब चर्चा भी हो रही है.
जदयू के पोस्टर में लालू यादव के शासन काल के 15 साल की याद दिलाने की कोशिश की जा रही है. वहीं, राजद द्वारा लगाए जा रहे पोस्टर में नीतीश कुमार की सरकार पर घोटालों के आरोप लगाए जा रहे हैं.
इसके साथ ही अपराध और बिहार के विशेष राज्य का दर्जा के मुद्दे को भी उठाया जा रहा है. पोस्टर इनकम टैक्स चौराहे पर लगाया गया है जो आने-जानेवालों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. पोस्टर के माध्यम से यह दर्शाने की कोशिश की गई है कि राजद परिवार में फंसी है, जबकि जदयू बिहार को विशेष दर्जा दिलाने के लिए एंडी-चोटी का जोर लगाए हुए है.
इससे पहले फरवरी में राजद की ओर से बिहार सरकार के खिलाफ पोस्टर जारी किया गया था और उससे जदयू पर निशाना साधा गया था. राजद ने 'कुर्सी के प्यारे-बिहार के हत्यारे' नाम से पोस्टर जारी किया था. पोस्टर में बिहार को डूबते हुए दिखाया गया था.
वहीं सरकार को खिलाड़ी बताते हुए कुर्सी-कुर्सी खेलने का आरोप लगाया था. इसतरह से बिहार में एक ओर पोस्टर वार तो दूसरी तरफ सभी राजनीतिक दलों के द्वारा चुनाव की तैयारियां भी जोरो पर है. सभी राजनीतिक दल अपनी पार्टी को मजबूत करने में ज्यादा से ज्यादा जनता तक पहुंचने की कोशिश में लगी हैं.
एक तरफ नेता प्रतिपक्ष बेरोजगारी हटाओ यात्रा को लेकर राज्य के जिलों में जनता से मुखातिब हैं तो वहीं उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव भी अबकी बार तेजस्वी सरकार के नारे के साथ मैदान में हैं. वहीं दूसरी तरफ लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान भी बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के नारे के साथ जगह-जगह सभाएं कर रहे हैं. वह जनता की समस्याओं को लगातार उठा रहे हैं.