गोपालगंज ट्रिपल मर्डर केसः JDU MLA अमरेंद्र पांडेय की खोली अपराध गाथा, पूछा-गिरफ्तारी क्यों नहीं, तेजस्वी यादव का नीतीश सरकार पर हमला
By एस पी सिन्हा | Published: June 2, 2020 04:32 PM2020-06-02T16:32:56+5:302020-06-02T16:32:56+5:30
तेजस्वी यादव ने राज्य में कानून, विधि व्यवस्था पर जमकर सवाल उठाए. वहीं तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार से पूछा कि एसआईटी गठित होने के बाद भी अभीतक कार्रवाई क्यों नहीं हुई है? आखिर सरकार कब इस मामले पर कार्रवाई करेगी?
पटनाःबिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज बिहार सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी. पटना के राजद कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी यादव के साथ राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह मौजूद थे.
इस दौरान तेजस्वी यादव ने राज्य में कानून, विधि व्यवस्था पर जमकर सवाल उठाए. वहीं तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार से पूछा कि एसआईटी गठित होने के बाद भी अभीतक कार्रवाई क्यों नहीं हुई है? आखिर सरकार कब इस मामले पर कार्रवाई करेगी?
गोपालगंज ट्रिपल मर्डर केस को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मांग की है कि बिहार सरकार जदयू विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के तीन महीने का कॉल डिटेल निकाले. साथ ही उनके मोबाइल में व्हाट्सएप मैसेज का विवरण निकाले. उन्होंने कहा कि आरोपी जदयू विधायक का धमकी देना, रंगदारी वसूलना फिर हत्या करना, यह ट्रेंड है. कहां जांच हो रही है? यह पता नहीं चलता.
अनिल तिवारी के प्राइवेट पार्ट पर गोली मारी गई. जांच हो तो सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि कृष्णा शाही की हत्या किसने की? यूपी एसटीएफ ने सतीश पांडेय को दुदान्त अपराधी बताया है. उसके शूटर पप्पू श्रीवास्तव को लखनऊ से गिरफ्तर किया. उसने बताया था कि पप्पू पांडेय के इशारे पर कृष्णा शाही की हत्या के लिए अटैक किया था.
लेकिन बच गया. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग अपने ही नेता को न्याय नहीं दिला पाए, जनता का क्या दिलाएंगे? तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के लोगों ने क्यो चुप्पी साध रखी है? सुशील मोदी कृष्णा शाही के परिजन से मिलने गए क्या? वे हर जगह जाकर मिलते हैं. इस दौरान मीडिया के सामने तेजस्वी यादव ने पुराने तीन वीडियो पेश किए. जिसमें पहला वीडियो रामाश्रय सिंह कुशवाहा के भाई का है.
यहां बता दें कि रामाश्रय कुशवाहा की हत्या एक साल पहले हुई थी. इस वीडियो में रामाश्रय के भाई हत्या की पूरी कहानी बता रहे हैं. दूसरा वीडियो भाजपा नेता शिव कुमार उपाध्य का है, जिसमें वो बता रहे हैं कि पप्पू पांडेय ने गोलियो से भून डालने की धमकी दी थी और तीसरा वीडियो अनिल तिवारी की हत्या से जुडा है.
तीन वीडियो दिखाने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार अपने विधायक के खिलाफ सबूत मिटा रही है. तेजस्वी ने कहा कि सारे वीडियो पप्पू पांडे से संबंधित है. लेकिन किसी मामले में कार्रवाई नहीं हुई. जबकि सभी मामलों में प्राथमिकी दर्ज है. उन्होंने आगे कहा कि कृष्णा शाही की हत्या से जुडा यूपी के एसटीएफ की रिपोर्ट है. सतीश पांडेय और पप्पू पांडेय के शूटर ने एके-47 से हमला किया. गोपालगंज की घटना में एसआईटी का गठन हो गया है.
अब सवाल उठता है कि विधायक की गिरफ्तारी कब होगी? वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि पूरे मामले में डीजीपी चुप हैं. ना करवाई कर रहे हैं और ना ही कुछ बोल रहे हैं. गोपालगंज में पीडित परिवार से मैं मिलना चाहता हूं, लेकिन मिलने नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यदि बिहार पुलिस जदयू विधायक पप्पू पांडेय को गिरफ्तार कर लेती है तो कई घटनाओं से पर्दा उठ जाएगा. तेजस्वी ने पूछा कि राज्य सरकार समय बताए कि जदयू विधायक की गिरफ्तारी कब तक होगी और आईजी रैंक का कौन अधिकारी विधायक को बचाने में शुरू से लगा है? नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा से भी सवाल किया कि गोपालगंज में उनकी पार्टी के नेता पर भी गोलीबारी हुई. आरोप उसी विधायक पर है जो अब तक सभी घटनाओं को अंजाम दे रहा है. फिर भाजपा किस मजबूरी में चुप है.
9 जून को भाजपा की प्रस्तावित वर्चुअल रैली का उनकी पार्टी प्रतिकार करेगी
वहीं, बिहार भाजपा के द्वारा बिहार में वर्चुअल रैली की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि 9 जून को भाजपा की प्रस्तावित वर्चुअल रैली का उनकी पार्टी प्रतिकार करेगी. इस दिन पार्टी शोक दिवस मनायेगी. ऐसे समय जब प्रदेश में मजदूर पीडित हैं. बेरोजगार हैं. भूखे हैं. इस तरह की रैली शर्मनाक है.
इसलिए राजद बेबस मजदूर के सम्मान, गरीबों की भूख मिटाने और उनके अधिकार के समर्थन में लोगों से आग्रह करेगा कि वह अपने -अपने घरों के बाहर थाली, कटोरा और लोटा बजाएं. अगर किसी के घर में यह बर्तन भी नहीं है, तो वह केले का पत्ता दिखाकर मजदूरों का सम्मान और भाजपा की वर्चुअल रैली का विरोध कर सकता है.
उन्होंने बताया कि मजदूरों के सम्मान में थाली बजाने का कार्यक्रम सुबह 10 बजे रखा गया है. इस दौरान सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा की वर्चुअल रैली इस बात का प्रमाण है कि उसे गरीबों की नहीं केवल चुनाव की चिंता है. भाजपा सत्ता की मद में डूबी पार्टी है. उन्होंने बताया कि कोरोना के इस काल में सबसे दो महत्वपूर्ण विभाग चिकित्सा और श्रम भाजपा के खाते में हैं. इन दोनों ही विभागों की स्थिति दयनीय है. इन विभागों के मंत्री पूरी तरह गैर जवाबदेह हैं.
वहीं भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने अपनी पार्टी की तरफ से 9 जून की प्रस्तावित वर्चुअल रैली का नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के विरोध करने पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि तेजस्वी भाजपा फोबिया से ग्रस्त दिखायी देते हैं. ऐसे में वे जल्द ही क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट से कॉउंसेलिंग कराये.
तेजस्वी को राजनीति को परिवार और निजी प्राथमिकता के दायरे से बाहर आकर संगठन और विचारधारा के नजरिये से देखना शुरू कर देना चाहिए. तब उनकी यह घबराहट दूर होगी. उनके दिल में भाजपा के नाम से ही दहशत हो गई है. प्रवक्ता ने कहा कि वर्चुअल रैली का मतलब कोरोना दौर में ‘मॉस ऑनलाइन कंयूनिकेशन और इंटरैक्शन’ है. इस मध्यम से बिहार के भाजपा कार्यकर्ताओं को गृहमंत्री अमित शाह संदेश देंगे. दुखद है कि तेजस्वी जाति-धर्म का कॉकटेल तैयार कर नेता बनना चाहते हैं.