आरसीपी सिंह ने तेजस्वी यादव पर किया पलटवार, कहा-उनके पास बोर्ड की डिग्री नहीं तो चिट्टी कौन लिख रहा है?
By एस पी सिन्हा | Published: January 19, 2021 09:19 PM2021-01-19T21:19:51+5:302021-01-19T21:20:53+5:30
सीएम नीतीश के बचाव में जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष राम चंद्र प्रसाद सिंह ने पलटवार करते हुए कहा है कि तेजस्वी यादव अपने माता-पिता (लालू-राबड़ी शासनकाल) के कार्यकाल को देखें.
पटनाः जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा है कि बिहार में कानून-व्यवस्था का हाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देख रहे हैं.
किसी की भी हत्या दुखद है, यह नहीं होना चाहिए. बिहार में अपराध राष्ट्रीय औसत से काफी कम है. बता दें कि तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों बिहार में लगातार बढ़ रहे अपराध को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसको लेकर आरसीपी ने नेता विपक्ष को जवाब दिया है.
तेजस्वी यादव ने बिहार में खराब कानून-व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार को सलाह दी थी कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ दें. तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार अपराधियों के सामने फेल साबित हो रहे हैं और उन्हें अब कुर्सी पर नहीं बने रहना चाहिए.
इसके बाद अब आरसीपी ने सवाल किया है कि उनके (तेजस्वी) पास बोर्ड की डिग्री नहीं तो उनकी चिट्टी कौन लिख रहा है? किससे चिट्ठी लिखवा रहें हैं? यदि उन्हें कुछ देना है तो वे बिहार में विकास को लेकर सुझाव दें. हमारी सरकार उनकी मांगों पर विचार करेगी. जदयू अध्यक्ष ने आगे कहा कि हम लोग बिहार पुलिस पर भरोसा करते हैं और सूबे की पुलिस ने हर मामले का खुलासा किया है.
आरसीपी सिंह ने आगे कहा कि तेजस्वी पहले अपने माता-पिता (लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी) के कार्यकाल को देखें, कितने नरसंहार हुए? उनके परिवार के शासनकाल में बिहार में किस तरह नरसंहार हुआ यह सबको याद है. आरसीपी सिंह ने कहा कि तेजस्वी अपना घिसा पिटा कैसेट बजाना बंद करें.
जदयू अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखने से पहले तेजस्वी यादव को यह समझ लेना चाहिए कि मुख्यमंत्री का ओहदा क्या है? नीतीश कुमार इंजीनियर हैं और उन्हें पत्र लिखने वाले तेजस्वी यादव के पास मैट्रिक की भी डिग्री नहीं है. इस बात का उन्हें जवाब देना चाहिए.
यहां उल्लेखनीय है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सोमवार को राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की थी. उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए राज्य सरकार को बर्खास्त करने की अनुशंसा राष्ट्रपति से करने की मांग की थी.
राज्यपाल से मुलाकात के बाद तेजस्वी ने आरोप लगाया था कि सड़क छोड़िए अब तो लोगों को घर में भी डर लगने लगा है. उन्होंने कहा था कि सरकार के पास कानून-व्यवस्था ठीक करने के लिए एक महीना का समय है. वरना महागठबंधन के सारे विधायक राष्ट्रपति के सामने परेड करेंगे.