रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के बाद मांझी की पार्टी राजद पर हमलावर, पूर्व सीएम ने राजद की तुलना सियार से की
By एस पी सिन्हा | Published: September 15, 2020 04:44 PM2020-09-15T16:44:44+5:302020-09-15T16:44:44+5:30
मांझी की पार्टी ने पटना में कई पोस्टर लगवाए हैं. इस पोस्टर में रघुवंश प्रसाद की चिट्ठी को रखा गया है और लालू परिवार पर हमला करते हुए यह लिखा गया है कि अपने नाकारे बेटों के लिए और कितनों की बलि लेंगे होटवार जेल सुप्रीमो.
पटनाः बिहार के दिग्गज समाजवादी नेता डा. रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के बाद सूबे में सियासत तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी ने लालू परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
पार्टी ने रघुवंश प्रसाद सिंह के पत्र के मुद्दे को लेकर गांव-गांव जाने की तैयारी कर रही है. इसी कड़ी में मांझी की पार्टी ने पटना में कई पोस्टर लगवाए हैं. इस पोस्टर में रघुवंश प्रसाद की चिट्ठी को रखा गया है और लालू परिवार पर हमला करते हुए यह लिखा गया है कि अपने नाकारे बेटों के लिए और कितनों की बलि लेंगे होटवार जेल सुप्रीमो.
इसके साथ ही मांझी की पार्टी ने ऐलान किया है कि आखिरी वक्त में रघुवंश प्रसाद सिंह ने जो चिट्ठी लिखी है उसे गांव गांव तक ले जाया जाएगा. ऐसे में संकेत साफ है कि बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं और रघुवंश प्रसाद सिंह की चिट्ठी जिसको लेकर कई सवाल भी हैं कि उन्होंने किन परिस्थितियों में लिखी कैसे लिखे?
पोस्टर में उनके आखिरी वक्त पर लिखे पत्र को दिखाया गया
रघुवंश प्रसाद सिंह की चिट्ठी को लेकर लगाये गये पोस्टर में उनके आखिरी वक्त पर लिखे पत्र को दिखाया गया है. इसे पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की तरफ से लगाया गया है. प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मो. तनवीर उर रहमान और महिला अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की शाहीन रहमान ने ये पोस्टर लगाया है.
पोस्टर में पीएम मोदी, सीएम नीतीश कुमार, हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी और सबसे आश्चर्यजनक तौर पर लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान की तस्वीर भी लगाई गई है. इससे पहले भी जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर लिखा था कि 'रघुवंश बाबू को मानसिक पीड़ा देने वाले आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. रघुवंश बाबू का भले ही आकस्मिक निधन हुआ है पर मैं मानता हूं कि लालू परिवार ने साजिशन उनको प्रताड़ित कर उनकी हत्या की है.'
सिंह की लिखी चिट्ठी को लेकर राजद पर हमला कर रहे हैं
इस तरह मांझी लगातार रघवुंश प्रसाद सिंह की लिखी चिट्ठी को लेकर राजद पर हमला कर रहे हैं. लेकिन फिलहाल राजद की तरफ से कोई पलटवार अबतक नहीं हुआ है. देखना है कि मांझी को लेकर राजद कब मोर्चा खोलता है. यहां यह भी बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने राजद की तुलना सियार से की है.
उन्होंने कहा कि जब सियार पागल हो जाता है तो गांव की ओर जाता है. यही हाल राजद का है, रघुवंश बाबू पर उंगली उठाना कही से बर्दाश्त नहीं है, यह राज्य नहीं देश का अपमान है. मांझी ने यह भी कहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह की हत्या हुई और हत्या का कातिल लालू यादव और उनका परिवार है.
रघुवंश प्रसाद सिंह जन्मजात समाजवादी रहे हैं, सिर्फ सिद्धांत से ही नहीं बल्कि कर्म से भी वह समाजवादी रहे हैं. ऐसा व्यक्तित्व वाला व्यक्ति बहुत कम ही मिलता है. जीतन राम मांझी ने कहा है कि लालू परिवार के द्वारा अगर यह नहीं कहा जाता कि समुद्र में एक लोटा पानी घट ही जाएगा तो क्या फर्क पड़ता है, यह बहुत चोट और अपमान की बात थी.
वह समझ रहे थे की इसे सहन नहीं किया जा सकता. आज लालू यादव पत्र का जवाब दे रहे हैं. लेकिन जिस समय रघुवंश प्रसाद सिंह पर तेज प्रताप यादव ने ऐसी बात का है, उस समय लालू यादव हरकत में आ जाते तो आज ऐसी बात नहीं होती और उनका घाव भर जाता.