वर्चुअल रैलीः तेजस्वी यादव ने किया पलटवार, 10 सवाल पूछे, सुपर डुपर फ्लॉप, बिहार की जनता ने नीतीश जी को नकार दिया
By एस पी सिन्हा | Published: September 7, 2020 07:28 PM2020-09-07T19:28:24+5:302020-09-07T19:28:24+5:30
आज हमने CM जी से 10 सवाल पूछे थे, परन्तु उनका जवाब उन्होंने नहीं दिया। वर्चुअल रैली में मुख्यमंत्री जी परेशान दिख रहे थे, जो हाल 1 मार्च की रैली में हुआ था सुपर डुपर फ्लॉप, उसी तरह का हाल इनकी वर्चुअल रैली का हो गया। बिहार की जनता ने नीतीश जी को नकार दिया : तेजस्वी यादव।
पटनाः बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वर्चुअल रैली के बाद पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि वह मुझे कहते हैं कि ज्ञान नहीं है. लेकिन खुद विधानसभा में बोले थे कि मास्क नहीं पहनना है. फिर बाद में बोले कि हमने तो स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट पढ़ ली.
उन्होंने 15 साल के शासन काल को भयावह बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आखिर क्या किया? बेरोजगारी की दर में बेतहाशा वृद्धि हुई. जिनके पास नौकरियां थी उनकी भी नौकरियां नीतीश और सुशील मोदी की जोड़ी खा गए. घोटालों में बिहार को नंबर वन बना दिया.
यादव ने ताबड़तोड़ हमला बोलते हुए नीतीश कुमार पर जमकर बरसे
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ताबड़तोड़ हमला बोलते हुए नीतीश कुमार पर जमकर बरसे. उन्होंने सुशील मोदी पर हमला करते हुए कहा कि दूसरे को भ्रष्ट बताने वाले कभी खुद के गिरेबान में झांकने की कोशिश नहीं करते. कितने घोटाले उन्होंने किए हैं, उसका सारा कच्चा-चिठ्ठा मेरे पास है और जल्द ही पूरे सुबूतों के साथ जनता के सामने आऊंगा और बताऊंगा उन्होंने कितने घोटाले किए हैं.
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि बिहार को हम बदनाम कर रहे हैं. जरा वो ये बताएं कि कौन बार-बार जंगलराज का नाम लेता है? जंगलराज के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करता है. उन्होंने कहा कि आज बिहार का बेरोजगार युवा नौकरी के लिए भटक रहा है और नीतीश जी कहते हैं कि हमने मानव श्रृंखला तैयार कर 10 लाख लोगों को नौकरी दी.
जरा वो बताएं कि किसे नौकरी दी? कोई सुबूत कोई कागजात है उनके पास तो वो सार्वजानिक करें. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को ज्ञान वही है तो अधिकारी बताते हैं. तेजस्वी यादव ने नीतीश के सुशासन की सरकार पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि राक्षस राज में वह जंगल राज की बात करते हैं. आज की वह बातें नहीं करते हैं. लेकिन नीतीश को 15 साल पुरानी बातें याद है.
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हमने 10 सवाल पूछे थे
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हमने 10 सवाल पूछे थे, लेकिन जिन सब सवालों का जवाब बिहार जानना चाहता है, उन सवालों का जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नहीं दिया. नीतीश कुमार जब वर्चुअल रैली संबोधित कर रहे थे तो उनके चेहरे पर परेशानी और झल्लाहट साफ नजर आ रही थी.
1 मार्च की रैली की तरह आज की रैली भी सुपर डुपर फ्लॉप रही है. नीतीश कुमार को बिहार की जनता ने नकार दिया है. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार का जितना राजनीतिक अनुभव है, मेरी उम्र इतनी भी नहीं है. लेकिन फिर भी नीतीश कुमार ने मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया. मैं चुनौती देता हूं जहां चाहे वहां मुझसे बहस कर लें तथ्यों के साथ.
विधानसभा में भी कोरोना पर मेरे सवालों का जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नहीं दिया 6 महीने बाद भी बेहतर तरीके से आरटी- पीसीआर जांच नहीं हो रही है. एंटीजन टेस्ट के फर्जी आंकडों के साथ लोगों को गुमराह कर रहे हैं.
संकट में दूसरी जगह पर फंसे लोगों को बिहार आने से उन्होंने मना किया था
आज के संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह नहीं बताया पुराना संकट में दूसरी जगह पर फंसे लोगों को बिहार आने से उन्होंने मना किया था. चिट्ठी निकाली गई कि प्रवासी बिहारी गुंडे हैं. वहीं उन्होंने कहा कि बिहार में हम बेरोजगारों को नौकरी देने की बात करते हैं, तो वो इधर-उधर से गलियां दिलवाते हैं.
तेजस्वी ने कहा कि यदि बिहार में बेरोजगारी को भगाना है तो नीतीश कुमार को हटाना होगा. वरना ऐसे ही दोनों मिलकर बिहार को लूटते और बर्बाद करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को 20 साल पहले कोर्ट ने क्या कहा था, ये याद है. लेकिन डेढ़ साल पहले सृजन और मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में क्या कहा था? वो याद नहीं है.
उम्र हो गई है, इसी वजह से कुछ से कुछ बोलते रहते हैं
उन्होंने कहा कि अब पक्का हो गया है. उनकी उम्र हो गई है. इसी वजह से कुछ से कुछ बोलते रहते हैं. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश के वर्चुअल रैली से पहले ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि बिहार के युवाओं को नीतीश कुमार की रूढिवादी, बासी, उबाऊ और 15 वर्षों की घिसी पिटी नकारात्मक बातें नहीं चाहिए.
बिहार के युवा इतिहास के बासी पन्ने नहीं बल्कि सुनहरा वर्तमान और भविष्य चाहते है. मुख्यमंत्री बताएं उन्होंने 15 वर्षों में नौकरी-रोजगार क्यों नहीं दिया? उद्योग-धंधे क्यों नहीं लगाए? इससे पहले किए ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ज्वलंत मुद्दों से भागने की पुरानी आदत रही है.
वो कभी भी बेरोजगारी, भुखमरी, ग़रीबी, पलायन, मजदूर, छात्र और किसान पर बात नहीं करेंगे, क्योंकि 15 वर्षों के शासन के बावजूद कुछ कहने के लिए है ही नहीं. वहीं अपने दूसरे ट्ववीट में उन्होंने लिखा है कि आशा और उम्मीद करता हूं कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथ्यों के आधार पर पूछे गए मेरे सभी तार्किक सवालों का जवाब अवश्य देंगे. अगर जवाब नहीं देते है तो उनकी सारी बातें ढकोसला व कोरी बकवास होंगी और उन्हें अपनी विफलताएं स्वीकार करनी होगी.
आज हमने CM जी से 10 सवाल पूछे थे, परन्तु उनका जवाब उन्होंने नहीं दिया। वर्चुअल रैली में मुख्यमंत्री जी परेशान दिख रहे थे, जो हाल 1 मार्च की रैली में हुआ था सुपर डुपर फ्लॉप, उसी तरह का हाल इनकी वर्चुअल रैली का हो गया। बिहार की जनता ने नीतीश जी को नकार दिया : तेजस्वी यादव, RJD pic.twitter.com/cHJmawUY2V
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2020