बिहार के बहुचर्चित सृजन मामलाः चार्जसीट दाखिल, गर्मायी बिहार की सियासत, तेजस्वी यादव बोले-पिछले 15 वर्षों में 55 बड़े घोटाले
By एस पी सिन्हा | Published: June 28, 2020 05:50 PM2020-06-28T17:50:29+5:302020-06-28T17:50:29+5:30
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि नीतीश सरकार सृजन घोटाले में बड़ी मछलियों को बचा रही है. उन्होंने कहा है कि 33 सौ करोड़ रुपए के सृजन घोटाले में आरोपियों को सरकार संरक्षण देती रही है.
पटनाः बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में सीबीआई की तरफ से चार्जसीट दाखिल किए जाने के बाद बिहार की सियासत एक बार फिर नए सिरे से गर्मा गई है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि नीतीश सरकार सृजन घोटाले में बड़ी मछलियों को बचा रही है. उन्होंने कहा है कि 33 सौ करोड़ रुपए के सृजन घोटाले में आरोपियों को सरकार संरक्षण देती रही है. बता दें कि सृजन घोटाला मामले में सीबीआई ने दूसरे बडे़ नौकरशाह और भागलपुर के पूर्व डीएम केपी रमैया के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. सृजन घोटाले की जांच दिल्ली की स्पेशल सीबीआई टीम कर रही है.
तेजस्वी यादव बोले बिहार में पिछले 15 वर्षों में 55 बड़े घोटाले हुए लेकिन किसी भी बड़े अधिकारी या मंत्री के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. इन घोटालों में फंसे हजारों करोड़ रुपये कौन लौटाएगा?बांध का काम रुका हुआ है जिसकी वजह से पूरा उत्तर बिहार खतरे में है. जल जमाव के कारण सिर्फ पटना ही नहीं बल्कि जिला मुख्यालय सब परेशान हैं. प्री मानसून कोई काम नहीं किया गया है बल्कि करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया गया है लेकिन काम जमीनी स्तर पर दिखाई नहीं देता.
भागलपुर के पूर्व डीएम वीरेन्द्र प्रसाद यादव पर चार्जशीट कर चुकी है
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सीबीआई इससे पहले घोटाले के एक मामले में भागलपुर के पूर्व डीएम वीरेन्द्र प्रसाद यादव पर चार्जशीट कर चुकी है. सीबीआई ने तीन मामले में केपी रमैया, उप समहर्ता विजय कुमार, सृजन महिला विकास समिति की मैनेजर सरिता झा, नाजिर अमरेन्द्र कुमार यादव, बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक शंकर प्रसाद दास, बैंक अधिकारी शुभ लक्ष्मी प्रसाद, वरुण कुमार, गोलक बिहारी पांडा समेत कुल 60 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है.
सृजन महिला विकास समिति की पूर्व सचिव मनोरमा देवी को भी मृत दिखाते हुए चार्जशीट दायर की है. इसके बाद तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में कुल 55 घोटाले नीतीश शासन के दौरान हुए हैं. चारा घोटाला केवल 46 करोड का था. लेकिन बिहार में जो घोटाले हुए हैं, उनमें बड़ी रकम की लूट की गई.
सीबीआई ने पूर्व आईएएस अधिकारी केपी रमैया के खिलाफ चार्जशीट किया
सीबीआई ने पूर्व आईएएस अधिकारी केपी रमैया के खिलाफ चार्जशीट किया है. लेकिन सरकार ने चुनाव के बाद केपी रमैया को लैंड ट्रिब्यूनल का अध्यक्ष बनाया था. उन्होंने कहा कि बिहार में हर जगह घोटाला ही घोटाला है. पटना में जलजमाव के हालात बता रहे हैं कि नगर निगम में भी बड़ा घोटाला हुआ है.
उत्तर बिहार में लोग बाढ़ के खतरे का सामना कर रहे हैं, जल जमाव के कारण सभी जिला मुख्यालय के लोग परेशान हैं और सरकार ने जल जमाव से निजात के लिए जिस तरह करोड़ों रुपए रहा है, उसका कोई नतीजा नहीं निकला.
55 major scams took place in Bihar in the last 15 years but no concrete action has been taken against any senior officer or minister. Govt is trying to shield some big shots. Who will return thousands of crores of money swindled in these scams?:Leader of Opposition Tejashwi Yadav pic.twitter.com/6jbbEZ23Sy
— ANI (@ANI) June 28, 2020