बिहार: मुकेश सहनी के भाई के सरकारी कार्यक्रम में शिरकत करने पर गरमाई सियासत, तेजस्वी ने मांगा नीतीश कुमार से इस्तीफा
By एस पी सिन्हा | Published: March 6, 2021 05:50 PM2021-03-06T17:50:31+5:302021-03-06T17:50:31+5:30
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे कैसे सीएम हैं जिन्हें ये नहीं पता कि सरकार में क्या चल रहा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
पटना: बिहार के पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी के सरकारी कार्यक्रम में जाने का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अविलंब इस्तीफा देने की मांग कर दी है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह भी नहीं पता की उनकी सरकार में क्या हो रहा है? मुख्यमंत्री को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
तेजस्वी ने कहा की मुख्यमंत्री जी झूठ बोल रहे है कि मंत्री जी ने जानबूझ कर अपने भाई को कार्यक्रम में नहीं भेजा. उन्होंने कहा कि कैसे मुख्यमंत्री हैं कि इन्हें कोई जानकारी नहीं है कि मंत्री के भाई ने अनेक जिलों में शीर्षस्थ पदाधिकारियों की उपस्थिति में सरकारी कार्यक्रम में विभागीय योजनाओं का उद्घाटन/वितरण इत्यादि किया है.
उन्होंने कहा कि क्या मुख्यमंत्री व्यस्त रहेंगे तो अपनी जगह सदन में अपने बेटे को भेज देंगे? तो क्या ये अच्छा लगेगा. तब तो कल से कोई भी विधायक बेटे या भाई को विधानसभा में भेज देंगे और खुद क्षेत्र में व्यस्त रहेंगे.
तेजस्वी ने कहा कि कोई भी विधायक पीए या सेक्रेटरी भी अपने किसी परिवार के सदस्य को नहीं रख सकता. रही बात मुकेश सहनी के भाई की तो उन्हें तो इस बात की भी जानकारी नहीं कि वह किस कार्यक्रम में किस उद्देश्य से जा रहे हैं. सहनी को सीखा कर के भेजना चाहिए था.
उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी को ज्ञान नहीं है. जो विधायिका नहीं जानता, वो सरकार की पॉलिसी क्या जानेगा? इसे बिहार के लोगों को घाटा है. मुख्यमंत्री को भी अपने मंत्रियों को देखना चाहिए. जिस तरीके से सरकार चल रही है. उससे सबसे ज्यादा नुकसान बिहार के लोगों की हो रही है.
तेजस्वी यादव दरअसल संत शिरोमणि रविदास जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां वे मीडिया से मुखातिब हुए.
उन्होंने कहा, 'क्या मुकेश सहनी को पिछड़ा समाज का कोई कार्यकर्ता नहीं मिला, जिसने जमीन पर कुछ काम नहीं किया. जो जमीनी हकीकत नहीं जनता. जिसने कभी चुनाव नहीं जीता, उसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्री बना दिया. इसमें मंत्री मुकेश सहनी की नहीं बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गलती है, जिन्होंने मुकेश सहनी जैसे लोगों को मंत्री बना दिया.'
इस दौरान तेजस्वी ने बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी को समर्थन देने पर कहा कि मेरा एक लक्ष्य है और एक ही ड्यूटी है, जो पार्टी देश और संविधान पर खतरा है उन्हें सत्ता से हटाना है. साथ ही कहा कि, बंगाल का चुनाव मूल्यों की लड़ाई है और यह लड़ाई सभ्यता, संस्कृति और भाईचारा को बचाने की लड़ाई है.
मुकेश सहनी मामले पर नीतीश कुमार की आई प्रतिक्रिया
उधर, भाई को वीआईपी ट्रीटमेंट दिलवाने का आरोप झेल रहे मंत्री मुकेश सहनी की तरफ से खेद जताए जाने के बाद इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है.
इसी मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने (मुकेश साहनी) ऐसा जानबूझकर नहीं किया है. उन्हें इसके प्रभाव का अंदाजा नहीं था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के टीपीएस कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में शनिवार को शामिल होने पहुंचे थे.
यहां से निकलते वक्त मीडिया ने जब उनसे मुकेश सहनी प्रकरण में सवाल किया तो उन्होंने यह बात कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे जैसे ही इस मामले की जानकारी होने पर आश्चर्य हुआ और मैंने मंत्री मुकेश सहनी को बुलाकर इस पूरे मामले की जानकारी ली.
नीतीश कुमार ने कहा कि मुकेश सहनी कुछ पुराने मामलों का उदाहरण दे रहे थे. लेकिन मैंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जब किसी को कार्यक्रम में बुलाया जाता है. तभी वह शामिल होता है. किसी भी पार्टी का नेता या कार्यकर्ता कार्यक्रम में मौजूद रह सकता है. लेकिन कोई औपचारिक भूमिका नहीं निभा सकता.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी-कभी किसी व्यक्ति को हर चीज के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. उन्हें इसके बारे में समझाया गया है. उन्होंने महसूस किया है कि यह एक गलती थी. यह सही नहीं है अगर परिवार या पार्टी का कोई सदस्य आधिकारिक तौर पर मंत्री के बजाय कार्यक्रम में जाए.
उन्होंने कहा कि मंत्री मुकेश सहनी ने मेरी बात को माना और उसके बाद उन्होंने मीडिया के सामने पूरी स्थिति स्पष्ट कर दी. नीतीश ने कहा कि यह मामला खत्म हो चुका है और अब मुकेश साहनी को मीडिया भी माफ कर दे.
मुकेश सहनी से जुड़ा क्या है पूरा मामला
हाजीपुर में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की योजना का उद्घाटन विभागीय मंत्री मुकेश सहनी के बदले उनके भाई ने कर दिया. इस दौरान उन्हें सरकारी प्रोटोकॉल भी मिला. इस मामले को लेकर बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ.
हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हस्तक्षेप करना पड़ा था और मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए विपक्ष को कार्रवाई का भरोसा भी दिया. विभाग की ओर से चयनित 23 अभ्यर्थियों को अनुदान पर फोर व्हीलर, थ्री व्हीलर और आइस बॉक्स देना था. मंत्री मुकेश सहनी को मुख्य अतिथि बनाया गया था.